माध्यमिक में जिलों के परीक्षार्थियों ने फिर बाजी मारी है. मंगलवार को परीक्षा परिणाम घोषित किया गया. प्रथम दस स्थानों में 66 विद्यार्थियों ने जगह बनायी है, जिसमें सिर्फ एक छात्रा कोलकाता की है. बाकी मेरिट के 65 परीक्षार्थी जिलों और ग्रामीण इलाकों के हैं. कूचबिहार के माथाभांगा हाइस्कूल के छात्र सौविक बर्मन ने प्रथम […]
माध्यमिक में जिलों के परीक्षार्थियों ने फिर बाजी मारी है. मंगलवार को परीक्षा परिणाम घोषित किया गया. प्रथम दस स्थानों में 66 विद्यार्थियों ने जगह बनायी है, जिसमें सिर्फ एक छात्रा कोलकाता की है. बाकी मेरिट के 65 परीक्षार्थी जिलों और ग्रामीण इलाकों के हैं. कूचबिहार के माथाभांगा हाइस्कूल के छात्र सौविक बर्मन ने प्रथम स्थान हासिल किया है. बांकुड़ा की तितास दूबे, हुगली की देवदत्ता पॉल और बर्दवान के रमिक दत्ता संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे. माध्यमिक में इस साल 82.74 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल रहे हैं.
कोलकाता: माध्यमिक परीक्षा के परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिये गये. कूचबिहार जिले के माथाभांगा उच्च विद्यालय के छात्र सौविक बर्मन ने प्रथम स्थान हासिल किया है. लड़कियों में तितास दूबे और देवदत्ता पॉल संयुक्त रूप से प्रथम स्थान पर रहीं. बर्दवान के रमिक दत्ता के साथ ओवरऑल उन्हें दूसरा स्थान हासिल हुआ. इस साल भी माध्यमिक परीक्षा में जिलों के छात्र भारी पड़े हैं. 66 छात्रों की मेधा सूची में कोलकाता की सिर्फ एक छात्रा जगह बना पायी.
शारदा विद्यापीठ की श्रीजीता दास नवें स्थान पर रहीं. पास प्रतिशत के मामले में पूर्व मेदिनीपुर अव्वल रहा. यहां के 93.10 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण रहे. कोलकाता के 90.62 प्रतिशत विद्यार्थी सफल रहे. 86.34 फीसदी छात्रों और 79.62 फीसदी छात्राओं ने सफलता हासिल की. कुल पास प्रतिशत 82.74 रहा. प्रथम स्थान पर रहे छात्र साैविक बर्मन को 683 अंक मिले हैं. वहीं द्वितीय स्थान पर बांकुड़ा की छात्रा तितास दूबे, हुगली की देवदत्ता पाल, बर्दवान के रमिक दत्ता रहे. तीनों ने 682 अंक हासिल किये. 681 अंक हासिल कर नदिया के शुभ्रजीत मंडल व बीरभूम के अनिक घोष ने तीसरा स्थान हासिल किया.
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली ने परीक्षा परिणाम जारी करते हुए बताया कि टॉप 10 में 66 परीक्षार्थियों ने जगह बनायी है. इन छात्रों में एक से लेकर 9 अंकों का फर्क है. दूसरा-तीसरा स्थान पाने वाले छात्रों में एक-एक दो-दो अंकों का अंतर है. टॉप 10 में कोलकाता की शारदा विद्यापीठ हाइ स्कूल की एक छात्रा श्रीजीता दास ने 675 अंक के साथ नौंवा स्थान हासिल किया है. नौंवे स्थान पर इतने ही अंक जिलों के अन्य छात्रों ने भी हासिल किये हैं.
परीक्षा में लड़कों ने लड़कियों की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन किया है. परीक्षा में कुल 11,44, 097 छात्र बैठे थे. इसमें से 6,24,308 लड़कियां व 519789 लड़के रहे. गत वर्ष की तुलना में इस बार परीक्षा में 1,16, 407 छात्र अधिक रहे. इस बार लड़कियों की संख्या भी लगभग 9.18 प्रतिशत अधिक रही लेकिन नतीजों में लड़कों ने बाजी मार ली. बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इस बार अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों की संख्या लड़कों की अपेक्षा अधिक रही. इस समुदाय में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है.
शारीरिक रूप से विकलांग कुछ छात्रों ने भी 88.90 प्रतिशत सफलता हासिल की. इसमें भी ज्यादातर राज्य के सुधार गृहों से परीक्षा देने वाले छात्र हैं, जिन्होंने बेहतरीन नतीजे हासिल किये. लगभग 30 छात्रों ने जेल से परीक्षा दी. माध्यमिक परीक्षा एक फरवरी से शुरू हुई थी आैर 5 मार्च को समाप्त हुई. कोर्ट के नियमानुसार 90 दिनों के अंदर परीक्षा के नतीजे घोषित किये गये हैं.