कोलकाता: फोरम फॉर आरटीआई एंड एंटी करप्शन की ओर से मध्यमग्राम घटना के विरोध में शुक्रवार को एक विरोध जुलूस निकाला गया. संगठन की अध्यक्ष नाजिया ईलाही खान के नेतृत्व में हेस्टिंग के सैयद बाबा मजार के पास सैंकड़ों की संख्या में महिलाओं व युवतियों के साथ पुरूषों ने भी मध्यमग्राम घटना का विरोध किया.
उसके बाद नाजिया ईलाही खान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल व राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा. नाजिया ईलाही खान ने बताया कि ज्ञापन में कहा गया है कि बंगाल में अब तक लगभग 30 हजार 900 महिला पर होनेवाले विभिन्न प्रकार अत्याचारों पर मामले हुए हैं. इनमें दो मामला कामदुनी बलात्कार एवं मध्यमग्राम कांड में सरासर पुलिस की लापरवाही देखी गयी. जिसमें सत्ताधारी लोगों की सांठगांठ दिखायी दी.
जनता की सोच है कि सत्ताधारी में जो बाहरी लोग आ रहे हैं, जिन्हें जनता ने वोट न देकर पिछले विधानसभा चुनाव में हराया वे परिवर्तन की सरकार आने के बाद नयी सरकार में शामिल हो गये हैं. आम जनता के विकास एवं सुरक्षा नहीं दूसरे राजनीतिक दलों से आने वाले लोगों द्वारा इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. ज्ञापन में मांग किया है कि ऐसे लोगों को जल्द से जल्द बंगाल की सरकार से हटाया जाये. क्योंकि जिसे जनता ने नफरत दिखाया, उसे सरकार को भी नफरत दिखाना दिखाना चाहिए. इस विरोध प्रदर्शन में रसीदा खातून, उलफत जहां, मिंटू, आफताब, हफीज, हलीम, हनीफा एवं अन्य लोगों वे हिस्सा लिया.