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माकपा पोलिंग एजेंट व कार्यकर्ता पर बमबाजी, हमला

पानागढ़. बर्दवान जिले में मतदान खत्म होते ही चुनावी हिंसा में माकपा के दो समर्थकों की हत्या कर दी गयी. खंडघोष थाना क्षेत्र के लोधनाग्राम में माकपा के पोलिंग एजेंट रहे शेख फजल हक व दुखीराम डाले की हत्या करने का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगा है. पूरे क्षेत्र में तनाव है. दोनों शवों को […]

पानागढ़. बर्दवान जिले में मतदान खत्म होते ही चुनावी हिंसा में माकपा के दो समर्थकों की हत्या कर दी गयी. खंडघोष थाना क्षेत्र के लोधनाग्राम में माकपा के पोलिंग एजेंट रहे शेख फजल हक व दुखीराम डाले की हत्या करने का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगा है. पूरे क्षेत्र में तनाव है. दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. स्थिति नियंत्रण के लिए घटनास्थल के आसपास के गांवों में भरी संख्या में पुलिस बल व रैफ की तैनाती की गयी है. माकपा के बर्दवान जिला सचिव अचिंत मल्लिक ने बताया कि गुरुवार को इस विधानसभा क्षेत्र में मतदान हुआ था.

108 नंबर बूथ में पोलिंग एजेंट पार्टी के कार्यकर्ता शेख फजल हक थे, जबकि दुखीराम डाले ने प्रचार में सक्रिय भागीदारी की थी. मतदान समाप्त होने के बाद फजल, दुखीराम व अन्य लोधना ग्राम मोड़ पर बैठे मतदान के बारे में चर्चा कर रहे थे. इसी बीच, स्थानीय तृणमूल संरक्षित अपराधियों ने उन पर बम से हमला किया. इसमें शेख फजल और दुखीराम गंभीर रुप से घायल हो गये. इसके बाद अपराधियों ने दोनों पर धारदार हथियारों से वार कर दिया. ग्रामीणों के जमा होने के बाद हमलावर भाग गये. ग्रामीणों ने उन्हें गंभीर हालत में बर्दवान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भरती कराया. शुक्रवार की सुबह दोनों की मौत हो गयी.

क्या कहा जिला सचिव ने
तृणमूल ने साजिश कर दोनों की हत्या की है. मतदान से पहले ही तृणमूल की बाइक वाहिनी ग्रामीणों को धमकी दे रही थी. मतदान करने जाने पर नतीजे भुगतने की धमकी दी गयी थी. माकपा कार्यकर्ताओं को मतदान न करने व बूथों पर पोलिंग एजेंट न बनने की चेतावनी दी थी. इधर, धमकी की परवाह न करते हुए शेख फजल 108 नंबर बूथ पर पोलिंग एजेंट बने थे. इसकी ही सजा उन्हें दी गयी. स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
परिजनों ने स्थानीय तृणमूल नेता को दोषी ठहराया
मृतक दुखीराम डाल के पुत्र शिशिर डाल व शेख फजल के पुत्र शेख सजल ने इस हत्या के लिए तृणमूल के स्थानीय नेता नवीन बाग को दोषी ठहराया है. उन्होंने दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि मतदान के दौरान खंडघोष के 107 नंबर बूथ 108 नंबर बूथ में उनके पिता माकपा के पोलिंग एजेंट बने थे. मतदान खत्म होने के बाद घर लौटते समय रात नौ बजे दोनों पर हमला कर उनकी हत्या कर दी गयी.
तृणमूल ने आरोपों को किया खारिज
खंडघोष ब्लॉक के तृणमूल नेता व गलसी विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल के प्रत्याशी आलोक कुमार मांझी ने बताया कि घटना से तृणमूल का कुछ लेना-देना नहीं है. राजनीतिक वर्चस्व के लिए माकपा में गुटबाजी चल रही है. यह उसी का परिणाम है. चुनाव में हिंसा करना तृणमूल का चरित्र नहीं है. ऐसा सिर्फ माकपा ही करती है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
कतुग्राम : माकपा समर्थक के घर पर फेंके बम, तोड़फोड़
दूसरी ओर, केतुग्राम थाना के ही कुचुटिया ग्राम में माकपा समर्थक के घर तृणमूल समर्थित अपराधियों ने बमबाजी और तोड़फोड़ की. घटना के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. गलसी विधानसभा क्षेत्र के माकपा प्रत्याशी के वाहन पर गुरुवार की देर शाम कथित तृणमूल समर्थित अपराधियों ने हमला किया. इस घटना में वाहन पर सवार तीन वाम समर्थित बूथ एजेंट घायल हुए हैं. घायलों को अस्पताल में भरती कराया गया है. घटना के दौरान फारवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार नंद दुलाल पंडित वाहन में मौजूद नहीं थे.

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