दोनों दलों के प्रत्याशी अधिक संख्या में विजयी होंगे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ये सही है कि पिछले चुनाव में कांग्रेस व टीएमसी के बीच गठबंधन हुआ था लेकिन परिवर्तन का नारा देकर सत्ता में आनेवालीं ममता बनर्जी ने परिवर्तन को पतन में तब्दील कर दिया. शारदा से लेकर नारदा स्टिंग ऑपरेशन, यहां की जनता देख चुकी है. शर्मिष्ठा ने कहा कि शुरुआत में मुख्यमंत्री ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह फुटेज नकली है, पार्टी को बदनाम करने की साजिश रची गयी है. इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ही इसकी जांच करेगी.
अब उन्होंने एक जनसभा में कहा कि स्टिंग ऑपरेशन के बारे में पहले से मालूम होने से मैं दागी प्रत्याशियों को टिकट ही नहीं देती. एक मुख्यमंत्री के बयान में इतना विरोधाभास, हास्यास्पद है. नारदा स्टिंग ऑपरेशन की जांच सीबीआइ द्वारा होनी चाहिए की नहीं, इस सवाल के जवाब में शर्मिष्ठा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की मुख्यमंत्री की बेटी की शादी के दिन ही सीबीआइ ने छापेमारी की थी.
यह छापा केंद्र सरकार के इशारे पर हुआ था, लेकिन नारदा स्टिंग ऑपरेशन की जांच सीबीआइ करे, यह न तो ममता बनर्जी चाहती हैं आैर न ही नरेंद्र मोदी. तृणमूल व भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. कार्यक्रम में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ही एक मात्र इस देश का विकल्प है आैर यह बात देश की जनता अब समझ चुकी है.