भाकपा (माले) के प्रदेश सचिव पार्थ घोष ने कहा कि कांग्रेस से समझौता करने की वजह से ही पार्टी ने वाममोरचा का साथ नहीं देने का फैसला लिया. घोषणापत्र में भाकपा (माले) और एसयूसीआइ उम्मीदवारों को विजयी बनाने का अाह्वान करने के साथ ही पार्टी ने आम लोगों से 18 वायदे किये हैं.
इन वायदों में लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करना, पिछड़े अल्पसंख्यकों समुदाय के लोगों के विकास पर जोर देना, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना, मजदूरों के लिए प्रति वर्ष 200 दिनों तक कार्य की व्यवस्था करना, मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी करीब 500 रुपये तय किया जाना, बंद चाय बागानों और कारखानों को खोलने के लिए आंदोलन को और मजबूत करना, सिंगूर में किसानों की जमीन वापस लौटाने पर जोर देना, नंदीग्राम कांड के दोषियों को सजा दिलाने पर जोर देना, टेट परीक्षा में कथित भ्रष्टाचार की जांच व दोषियों को सजा दिलाने की मांग पर आंदोलन मजबूत करना, अस्थायी शिक्षकों के स्थायीकरण किये जाने का समर्थन करना, प्रदूषण के खिलाफ प्रचार जारी रखना प्रमुख हैं.