चुनाव पर्यवेक्षकों ने बताया कि जलालपुर इलाके में बीते दो सालों में बीस से ज्यादा निरीह लोगों की हत्या हुई है. पूरे इलाके के लोग आतंक में रह रहे हैं. गांव वालों से इस तरह की बात सुनकर जिला प्रशासन को यह निर्देश दिया गया है कि उस पूरे इलाके में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की जाये. इसके अलावा कालियाचक के अन्य इलाकों में भी मतदान के दौरान शांति व्यवस्था बनाये रखने की पुख्ता व्यवस्था करनी होगी. चुनाव पर्यवेक्षकों का दल जलालपुर से मालदा शहर के लिए रवाना हुआ. 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग का हाल देख केन्द्रीय पर्यवेक्षक दल ने नाराजगी जाहिर की. फरक्का से कालियाचक की दूरी लगभग बीस किलोमीटर की है. इस दूरी को तय करने में उन्हें एक घंटे से ऊपर का समय लग गया. इसके बाद वहां से मालदा शहर आने में भी लगभग घंटा भर लग गया.
सड़क का हाल देख चुनाव पर्यवेक्षकों ने जिला अधिकारी शरद द्विवेदी से पूछा कि यदि उन इलाकों में कहीं से किसी बड़ी गड़बड़ी की खबर आती है, तो केन्द्रीय सुरक्षा बल बदहाल सड़क के होते कैसे तेजी से घटनास्थल पर पहुंच पायेंगे. पर्यवेक्षकों ने उनसे कालियाचक से मालदा शहर की दूरी और खराब सड़क के हिस्से के बारे में पूरा ब्योरा मांगा. उन्होंने यह भी पूछा कि यह सड़क पिछले कितने दिनों से खराब है. जिला अधिकारी से 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग के बारे में पूरा हाल जानकर चुनाव पर्यवेक्षक इसकी रिपोर्ट दिल्ली भेजेंगे.
मालदा शहर पहुंचने के बाद जिला प्रशासनिक भवन में चुनाव पर्यवेक्षकों ने पुलिस और प्रशासन के साथ काफी लंबी बैठक की. बैठक में निर्देश दिया गया कि चुनाव कार्य के संचालन और कानून व्यवस्था पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त कंट्रोल रूम खोलने होंगे. मतदाताओं के साथ संपर्क रखने के लिए एक नयी हेल्पलाइन भी शुरू करनी होगी. इसके साथ ही मतदान के दिन ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को चाक-चौबंद रखना होगा, ताकि किसी हिंसा की स्थिति में लोगों को यथाशीघ्र चिकित्सा उपलब्ध हो सके.
मालदा के पुलिस अधीक्षक सैयद वकार रजा को निर्देश दिया गया कि वह केन्द्रीय पुलिस बलों को किसी एक जगह पर रोक कर नहीं रखें, बल्कि हालात के हिसाब से विभिन्न स्थानों पर उन्हें भेजने की व्यवस्था रखें. जिन आरोपियों के खिलाफ वारंट जारी हैं, उन्हें फौरन गिरफ्तार किया जाये. जिला अधिकारी शरद द्विवेदी ने बताया कि मालदा के विशेष चुनाव पर्यवेक्षक छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन अधिकारी निधि छिब्बर नहीं आ पायीं. उनके बदले में जेके राव के नेतृत्व में चुनाव पर्यवेक्षकों का दल मालदा पर नजर रखेगा.