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आक्रोश: ससुराल में जलने से मरी गृहवधू , थाने के सामने प्रदर्शन, पुलिस पर पथराव, तोड़फोड़
कोलकाता: गृहवधू की मौत के बाद उसके ससुरालवालों को गिरफ्तार नहीं किये जाने पर लोगों का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा. पुलिस को लक्ष्य कर लोगों ने पथराव किया. पुलिस के दो वाहनों में भी तोड़फोड़ की. पथराव में छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. घटना आनंदपुर इलाके के नोनाडांगा में शनिवार देर रात घटी. लगभग […]
कोलकाता: गृहवधू की मौत के बाद उसके ससुरालवालों को गिरफ्तार नहीं किये जाने पर लोगों का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा. पुलिस को लक्ष्य कर लोगों ने पथराव किया. पुलिस के दो वाहनों में भी तोड़फोड़ की. पथराव में छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. घटना आनंदपुर इलाके के नोनाडांगा में शनिवार देर रात घटी. लगभग दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अासपास के इलाकों से अतिरिक्त फोर्स बुला कर आनंदपुर थाने की पुलिस ने स्थिति को काबू में किया. घटना के बाद इलाके में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गयी है. पुलिस ने हमला करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस को देखते ही उग्र हुए लोग
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, संघमित्रा के घरवालों द्वारा शव को लेकर प्रदर्शन के दौरान आनंदपुर थाने की पुलिस स्थिति को सामान्य करने पहुंची. पुलिस को देखते ही हंगामा करनेवाले उसे लक्ष्य कर पथराव करने लगे. पुलिस के दो वाहनों में भी तोड़फोड़ की. इस दौरान छह पुलिसकर्मी जख्मी हो गये, जिनमें दो को काफी ज्यादा चोंटे अायी हैं. स्थिति को काबू से बाहर जाते देख अासपास के थानों से अतिरिक्त फोर्स को बुला कर स्थिति को सामान्य किया गया.
क्या कहती है पुलिस
आनंदपुर थाने की पुलिस ने बताया कि मरने के पहले मृतका ने अपने बयान में कहा था कि वह दीया जलाने के दौरान ससुराल में जल गयी थी. आग ज्यादा फैल जाने के कारण वह बुरी तरह जल गयी. इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया. अंतिम बयान में उसने ससुराल के किसी भी सदस्य पर आरोप नहीं लगाया. वहीं, लिखित शिकायत भी कहीं से नहीं मिलने के कारण पुलिस उसकी ससुराल के किसी भी सदस्य को गिरफ्तार करने में असमर्थ थी.
क्या है मामला
पुलिस के मुताबिक, आनंदपुर के नोनाडांगा की रहनेवाली संघमित्रा हलदार (22) 13 फरवरी को अपनी ससुराल में बुरी तरह जल गयी थी. उसे स्थानीय अस्पताल में भरती कराया गया था. 19 फरवरी को अस्पताल में उसकी मौत हो गयी. पोस्टमार्टम के बाद उसका शव परिवारवालों को 20 फरवरी को सौंपा दिया गया. बेटी की मौत के बाद उसके घरवाले काफी गुस्से में आ गये और शव को लेकर आनंदपुर थाने के करीब प्रदर्शन करने लगे. परिवारवालों का आरोप था कि घटना के दो दिन से ज्यादा बीत जाने के बावजूद संघमित्रा की ससुराल के किसी भी सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है. उनका आरोप था कि उसकी बेटी के साथ ससुराल में काफी अत्याचार होता था. बेटी पर गर्म चाय फेंक दिया जाता था.
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