मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में श्री श्रीवास्तव ने कहा कि उनके संगठन 17 फरवरी को पत्र देकर हस्तक्षेप की मांग की थी. टैक्सी यूनियन चाहती है कि मुख्यमंत्री उन लोगों से मिलें और समस्या का समाधान करें. उन लोगों की बातें सुनें, क्योंकि अभी तक उन लोगों ने परिवहन सचिव से लेकर कोलकाता पुलिस आयुक्त तक फरियाद की है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है.
आश्वासन देने के बावजूद टैक्सी आंदोलन के मद्देनजर उनके सहित 25 टैक्सी चालकों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दिया गया, जबकि उन लोगों का आंदोलन पूरी तरह से लोकतांत्रिक था तथा टैक्सी चालकों के हित में था. उन्होंने कहा कि बार-बार अपील करने के बावजूद हावड़ा व कोलकाता में टैक्सी चालकों के खिलाफ मामले दायर किये जा रहे हैं. कोई कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. पुलिस जुल्म सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में उन लोगों ने 14 व 15 मार्च को हड़ताल का आह्वान किया है. वे लोग चाहते हैं कि मुख्यमंत्री हस्तक्षेप करें और समस्या का समाधान करें. वे लोग बातचीत के माध्यम से समस्या समाधान के पक्षधर हैं.