हावड़ा. शरत सदन में सोमवार को राशन डीलरों, राशन अधिकारियों व पार्षदों के बीच हो रही बैठक में उस वक्त हाथापाई की नौबत आ गयी, जब वार्ड नंबर 29 के पार्षद शैलेश राय ने अपनी बात रख रहे थे. पार्षद अपनी बात रख ही रहे थे कि बैठक में शामिल हावड़ा नगर निगम के कमिश्नर नीलांजन चटर्जी ने उन्हें बैठ जाने को कहा.
पार्षद के नहीं बैठने पर श्री चटर्जी तमतमाते हुए मंच से नीचे उतरे व उनसे (पार्षद शैलेश राय) से माइक छीनने की कोशिश करने लगे. कमिश्नर के इस व्यवहार से वहां मौजूद सभी पार्षद व एमआइसी हैरान रह गये. हालांकि पार्षद किसी तरह अपनी बात रखने में सफल रहे. मालूम रहे कि हावड़ा में डिजिटल राशन कार्ड वितरण को लेकर 15 दिनों से अफरा-तफरी मची हुई है.
इसे लेकर राशन डीलरों, पार्षदों व राशन अधिकारियों की एक बैठक रखी गयी थी. बैठक में 300 से अधिक राशन डीलर व वितरक हिस्सा ले रहे थे. मौके पर एमएमआइसी श्यामल मित्रा, पार्षद गौतम दत्ता, बापी मन्ना, अरुण राय चौधरी सहित 50 से ज्यादा पार्षदों ने डिजिटल राशन कार्ड को लेकर अपना रोष व्यक्त किया. राशन डीलर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अजीत पाल ने बताया कि 15 दिनों से राशन दुकानें बंद हैं. सरकार हम पर राशन वितरण करने के लिए दबाव बना रही है. दूसरी ओर राशन कार्ड धारक राशन डीलरों पर हमले कर रहे हैं. ऐसी हालत में राशन डीलरों की स्थिति दयनीय होती जा रही है. उत्तर हावड़ा राशन डीलर एसोसिएशन के सचिव अंचित सांतरा ने कहा कि पार्षद शैलेश राय को बात कहने से रोका गया. यह गलत है.
उन्होंने आरोप लगाया कि कार्ड में पता नहीं रहने के कारण पार्षद उसे वितरण नहीं कर पा रहे हैं. निगम कमिश्नर ने पार्षदों के साथ हुई धक्का-मुक्की के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. उल्लेखनीय है कि 15 दिनों से राशन दुकानों में राशन नहीं उपलब्ध होने पर कार्ड धारकों में रोष है. वार्ड पार्षद शैलेश राय ने कहा कि निगम कमिश्नर की इस हरकत से वह खुद हैरान हैं. डिजिटल कार्डों में भारी भूल के कारण कार्ड वितरण करने में परेशानी हो रही है. मौके पर राशन विभाग के निदेशक अरूप कुमार पाती, संयुक्त निदेशक लाचेन लेक्चन गुरुंग ने संयुक्त रूप से पार्षदों व राशन डीलरों को संबोधित करते हुए कहा कि जितना जल्दी हो सके, वे डिजिटल राशन कार्डों को संबंधित लोगों तक पहुंचा देंगे. हालांकि राशन डीलरों का कहना है कि यह बैठक बिना किसी नतीजे का समाप्त हो गयी.