इस विषय पर सुबह एक बैठक हुई. बैठक के बाद डीसी पोर्ट सुदीप सरकार ने बताया कि श्रमिक व ठेकेदार पक्ष, सभी काम जारी रखने के लिए तैयार हो गये हैं. साथ ही यह फैसला लिया गया है कि भविष्य में कोई विवाद होने पर काम बंद करने के बजाय श्रम विभाग के पास जाना होगा. यहां काम करनेवाले श्रमिकों ने कहा कि कोई भी श्रमिक कभी भी काम बंद करने के पक्ष में नहीं है. उन्होंने कहा कि इसी से तो हमारा परिवार चलता है. काम करने के लिए ही हम लोग बिहार व उत्तर प्रदेश से यहां आये हैं.
एक श्रमिक ने बताया कि हकीकत में यह मामला किसी के दफ्तर पर कब्जा करने या काम बंद करवाने का नहीं है. असल में श्रमिकों को उनकी मांग से वंचित करने के लिए यह सब खेल खेला जा रहा है. हैदर नामक एक अन्य श्रमिक ने बताया कि इसमें सभी तरह के लोग शामिल हैं. सभी लोग श्रमिकों का शोषण करना चाहते हैं. इसके खिलाफ आवाज उठाने पर इसे राजनीतिक रंग दे दिया जाता है. उन्होंने कहा कि स्थानीय पार्षद अनवर खान पर पैसे मांगने का आरोप बेबुनियाद है. हकीकत तो यह है कि वह स्वयं राजनीतिक उठापटक का शिकार हो रहे हैं.