मालदा. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोयज्जम हुसैन पर पोस्ते (अफीम) की गैरकानूनी खेती और जाली नोट के कारोबार से जुड़े होने का आरोप लगा है. यह सनसनीखेज आरोप उनकी ही पार्टी के कालियाचक तीन नंबर ब्लॉक के कुम्भीरा अंचल के अध्यक्ष नंद दुलार घोष ने लगाया है. उनका कहना है कि पोस्ते की खेती में नशीले पदार्थ के कारोबारियों से मोटी रकम जिला तृणमूल अध्यक्ष लेते हैं. जाली नोट के कारोबार में भी उन्हें हिस्सा मिलता है. नंद दुलार घोष ने इसकी शिकायत पार्टी के राज्य नेतृत्व के पास की है.
इस आरोप पर जिला अध्यक्ष मोयज्जम हुसैन ने कहा कि यह आरोप बिल्कुल ही बेबुनियाद है. पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण कुम्भीरा अंचल के अध्यक्ष नंद दुलार का बहिष्कार किया गया है. इसी वजह से वह मेरे खिलाफ झूठा आरोप लगाकर पार्टी को बदनाम करना चाह रहे हैं. ऐसे झूठे आरोपों और दुष्प्रचार से मैं विचलित होने वाला नहीं हूं. राज्य नेतृत्व को पूरे मामले की जानकारी दे दी गयी है.
आगामी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस प्रकरण के सामने आने से मालदा में तृणमूल कांग्रेस में चल रही गुटबाजी सार्वजनिक हो गयी है. गत शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन बुलाकर जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष मोयज्जम हुसैन ने कुम्भीरा अंचल के तृणमूल नेता नंद दुलार को पार्टी से बहिष्कृत किये जाने की जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि पार्टी के प्रभाव का इस्तेमाल कर नंद दुलार घोष एक के बाद एक गलत काम कर रहे हैं. नंद दुलार ने कालियाचक तीन नंबर ब्लॉक के बीडीओ ऑफिस में पार्टी के प्रभाव का गलत इस्तेमाल किया. उन्होंने थाने जाकर अपराधियों को छुड़वाया. ये सब मामले जानकारी में आने के बाद उनके खिलाफ कदम उठाया गया है. तृणमूल के जिला सभापति ने और कुछ नेताओं को पार्टी से बहिष्कृत किये जाने की बात भी कही.
दूसरी तरफ नंद दुलार घोष ने कहा कि मुझे पार्टी से बहिष्कृत किया गया है, ऐसी कोई जानकारी मुझे नहीं है. जिला अध्यक्ष का निर्णय मुझे स्वीकार नहीं है. राज्य नेतृत्व को इस बारे में जानकारी दे दी गई है. मैं सन् 1998 से ही तृणमूल कांग्रेस से जुड़ा हुआ हूं. जिला अध्यक्ष ने मेरे खिलाफ जो आरोप लगाये हैं, वह ठीक नहीं है. हकीकत यह है कि जिला अध्यक्ष ही इलाके में नशीले पदार्थ के कारोबारियों की मदद कर रहे हैं. पोस्ते की खेती में उन्हें प्रति बीघा के हिसाब से मोटा पैसा मिलता है. वह जाली नोट के कारोबार से भी जुड़े हैं. मेरे पास इन सबका प्रमाण मौजूद है. ये सब प्रमाण देते हुए मैंने पूरा मामला राज्य के नेताओं के सम्मुख रखा है. जिला अध्यक्ष के इन सब क्रिया-कलाप की वजह से इलाके में पार्टी की छवि बरबाद हो रही है. मैंने इसका प्रतिवाद किया, इसीलिए वह मुझे दल से बहिष्कृत करने की बात कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि मालदा के कालियाचक और वैष्णवनगर थाना इलाके में तमाम सरकारी दावों के बावजूद जाली नोट और अफीम उत्पादन का अवैध कारोबार अपने चरम पर है. बांग्लादेश सीमा से लगे इस इलाके में लगभग सभी पार्टियों के कुछ न कुछ लोग जुड़े हुए हैं. लेकिन जिस तरह से तृणमूल के जिला अध्यक्ष पर आरोप लगा है, उसे लेकर राजनीतिक जगत में खलबली मच गयी है.