मालदा: तृणमूल कांग्रेस के एक समर्थक की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी. आरोप है कि सत्तारूढ़ पार्टी के के दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई को लेकर यह घटना घटी है. शुक्रवार की सुबह साढ़े आठ बजे के आसपास यह घटना मालदा शहर से 25 किलोमीटर दूर कालियाचक थाने के तहत नवदा […]
मालदा: तृणमूल कांग्रेस के एक समर्थक की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी. आरोप है कि सत्तारूढ़ पार्टी के के दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई को लेकर यह घटना घटी है. शुक्रवार की सुबह साढ़े आठ बजे के आसपास यह घटना मालदा शहर से 25 किलोमीटर दूर कालियाचक थाने के तहत नवदा यदुपुर ग्राम पंचायत के खिखिरबोना गांव में घटी. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक का नाम इलियास हक (47) है और उसका घर खिखिरबोना गांव में ही है.
घर से मात्र 50 मीटर की दूरी पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ पांच गोलियां दाग कर उसकी हत्या कर दी. सभी बदमाश मौके से फरार हो गये. स्थानीय लोग आनन-फानन में इलियास हक को मालदा मेडिकल कॉलेज ले गये, लेिकन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस व स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इलियास हक किसान था और वह तृणमूल से निष्कासित नेता बकूल शेख का समर्थक था. इलाके में उसकी पहचान भी आपरािधक छविवाले व्यक्ति के रूप में थी. उसके खिलाफ कालियाचक थाने में हत्या, डकैती, संघर्ष, बमबाजी आदि के कई मामले दर्ज हैं.
पिछले वर्ष अक्तूबर में तृणमूल के दबंग नेता समझे जानेवाले बकूल शेख को पार्टी ने निष्कासित कर दिया था. उसके बाद ही बकूल शेख के समर्थक रहे इलियास की हालत खराब होने लगी थी. कई दिनों से वह िछपा हुआ भी था. पुलिस सूत्रों ने बताया है कि शुक्रवार को वह बैग लेकर खिखिरबोना हाट जा रहा था. घर से कुछ दूर निकलने के बाद ही सात-आठ बाइक सवारों ने उसे घेर लिया. बाइक पर करीब 18 से 20 लोग थे. बदमाशों ने इलियास पर गोली चलानी शुरू कर दी. पेट और छाती में पांच गोलियां मारी गयीं. वह घटनास्थल पर ही लहूलुहान होकर वह गिर पड़ा. गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठे हो गये. तब तक सभी बदमाश मौके से फरार हो गये थे.
मृतक के घर के में उसकी पत्नी असेनूर बीबी के अलावा चार लड़कियां और एक लड़का है. बच्चों की उम्र करीब 10 से 20 वर्ष के बीच है. बड़ा लड़का साइनुल हक कलकत्ता के कॉलेज में बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र है. घटना के समय वह घर में ही था. स्थानीय लोगों के साथ वह खून से लथपथ अपने पिता को मालदा मेडिकल कॉलेज ले गया था. मृतक के भाई सिराजुल हक का कहना है कि बकूल शेख को निकाले जाने के बाद उसके भाई ने पार्टी छोड़ दी थी. उसने जाकिर शेख और उसके समर्थकों पर अपनी भाई की हत्या का आरोप लगाया है. जाकिर शेख सहित 10 लोगों के खिलाफ कालियाचक थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी है. उसका कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले जाकिर शेख और उसके समर्थक यहां हत्या के कई अन्य घटनाओं को भी अंजाम दे सकते हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि कालियाचक पुलिस की निष्क्रियता की वजह से ही इलाके में एक-पर-एक हत्याएं हो रही हैं. सत्तारूढ़ पार्टी की आड़ में बदमाश तांडव मचा रहे हैं और पुलिस चुप है. विधानसभा चुनाव से पहले कालियाचक इलाके में और भी आतंक बढ़ने की आशंका है.
क्या कहते हैं तृणमूल जिला अध्यक्ष
तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोअज्जम हुसैन का कहना है कि खिखिरबोना गांव में जिस व्यक्ति की हत्या हुई है, उससे तृणमूल का कोई लेना-देना नहीं है. यह समाजविरोधियों का काम है और राजनीति से इसका कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने पुलिस से दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है.
राजनीतिक रंग सही नहीं- एसपी
मालदा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रसून बनर्जी का कहना है कि हत्या की इस घटना को राजनीतिक रंग देना सही नहीं है. मृतक के परिवार ने जाकिर शेख तथा अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी है और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. पुरानी शत्रुता अथवा रुपये की लेन-देन की वजह से यह घटना हुई होगी. पुलिस सभी बदमाशों को तलाश रही है.