कोलकाता. विधानसभा चुनाव के पहले यहां उद्योगों की स्थापना के लिए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास में जुटी हुई है. सात जनवरी से शुरू हो रहे तीन दिवसीय बंगाल ग्लोबल बिजनेस सम्मिट में राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को आमंत्रित किया जायेगा. निवेशकों के लिए राज्य सरकार ने कुछ योजनाओं […]
कोलकाता. विधानसभा चुनाव के पहले यहां उद्योगों की स्थापना के लिए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास में जुटी हुई है. सात जनवरी से शुरू हो रहे तीन दिवसीय बंगाल ग्लोबल बिजनेस सम्मिट में राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को आमंत्रित किया जायेगा. निवेशकों के लिए राज्य सरकार ने कुछ योजनाओं को चिंहित किया है, जिसमें पूर्व मेदिनीपुर जिले में स्थित नयाचर आइलैंड प्रमुख स्थल के रूप में शामिल है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नयाचर में इको-टूरिज्म प्रोजेक्ट बनाना चाहती है और इसके लिए वह देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये उद्योगपतियों के साथ-साथ विदेशी उद्योगपतियों को भी आमंत्रित करेगी. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में वाममोरचा कार्यकाल के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य में केमिकल हब बनाने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में इस योजना पर पानी फिर गया.
इसके बाद यहां ताप विद्युत केंद्र बनाने की बात चली और यह योजना भी ठप हो गयी. वर्ष 2011 में राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सत्ता आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां इको-टूरिज्म पार्क बनाने की घोषणा की, लेकिन इस योजना को भी अब तक केंद्रीय पर्यावरण व वन मंत्रालय ने मंजूरी नहीं दी है. 11 अक्तूबर 2015 को नेशनल ग्रीन ट्राइबुनल ने हल्दिया व नंदीग्राम के बीच के आइलैंड पर 1500 एकड़ जमीन पर किसी प्रकार का कंस्ट्रक्शन कार्य करने की अनुमति नहीं दी है.
लेकिन उसके बावजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यहां इको-टूरिज्म योजना को क्रियान्वित करना चाहती है. कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री स्वयं उद्योगजगत के प्रतिनिधियों को साथ लेकर नयाचर गयी थीं और उन्होंने उद्योग जगत से नयाचर में इको-टूरिज्म योजना के लिए प्रस्ताव पेश करने को कहा है. वह चाहती हैं कि यहां इको-टूरिज्म के साथ ही मत्स्य उद्योग का भी विकास हो.