कोलकाता: सिक्किम के विधानसभा के अध्यक्ष केटी ग्यालसेन ने कहा कि सदन के सदस्यों को चिंतन करना चाहिए कि उन्हें सदन में कैसा आचरण करना चाहिए. सदन में सदस्यों का आचरण ठीक नहीं होगा, तो इसका लोकतंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
श्री ग्यालसेन ने गुरुवार को विधानसभा के प्लैटिनम जुबली समारोह के समापन समारोह में संसदीय लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां विषय पर परिचर्चा में भाग लेते हुए ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि सदन लोकतंत्र का मंदिर है. सभी लोगों को इसकी सुरक्षा करनी होगी. संविधान में इसके प्रावधान भी हैं.
जनता सर्वोच्च है. उन लोगों को सेवा करनी होगी. लोगों को यहां न्याय मिलना चाहिए. सरकार की भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. आपराधिक तत्वों का प्रवेश, मूल्य बोध की कमी, बेरोजगारी, आतंकवाद आदि प्रजातंत्र की चुनौतियां हैं.