अजय विद्यार्थी कोलकाता :इस वर्ष 14-15 जनवरी को आयोजित होनेवाले गंगासागर मेले के मद्देनजर राज्य सरकार की ओर से की जानेवाली तैयारियां अपने अंतिम चरण में है. राज्य सरकार की ओर से इस वर्ष सागर मेले में देशभर से 14-15 लाख पुण्यार्थियों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है. इसके लिए राज्य सरकार ने […]
अजय विद्यार्थी
कोलकाता :इस वर्ष 14-15 जनवरी को आयोजित होनेवाले गंगासागर मेले के मद्देनजर राज्य सरकार की ओर से की जानेवाली तैयारियां अपने अंतिम चरण में है. राज्य सरकार की ओर से इस वर्ष सागर मेले में देशभर से 14-15 लाख पुण्यार्थियों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है. इसके लिए राज्य सरकार ने कई तरह की सुरक्षा व्यवस्था व साफ-सफाई के इंतजाम किये हैं. सरकारी सूत्रों के मुताबिक इस वर्ष गंगासागर मेले का पवित्र स्नान 15 जनवरी को सुबह 7.19 से लेकर दोपहर 12.20 तक माना जा रहा है. राज्य सरकार की ओर से हेल्पलाइन नंबर-18003453220 भी जारी किया गया है. इस नंबर पर फोन करने पर श्रद्धालुओं को हर संभव मदद उपलब्ध कराने का सरकार की ओर से दावा किया गया है.
शौचालय की संख्या दो हजार से बढ़ाकर की गयी 12 हजार
गंगासागर मेले को ग्रीन-क्लीन बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से सागर मेले की सफाई व पुण्यार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था के काफी इंतजाम किये गये हैं. पूरे मेले के आयोजन व इंतजाम की जानकारी देते हुए दक्षिण 24 परगना के जिला शासक डॉ पीबी सलीम ने कहा कि इस वर्ष गंगासागर को साफ सुथरा रखने के लिए काफी तैयारियां की गयी हैं. गत वर्ष पूरे सागर मेले में सिर्फ दो हजार अस्थायी पीले रंग के शौचालय बनाये गये थे. इस वर्ष इसकी संख्या छह गुणा बढ़ाकर 12 हजार की गयी है. इनमें सफाई के लिए दो हजार अतिरिक्त सफाई कर्मियों को नियुक्त किया गया है. प्रत्येक 10 शौचालय के पीछे एक सफाईकर्मी को तैनात किया गया है. उन पर निगरानी के लिए मॉनिटरिंग टीम को भी तैनात किया गया है.
आउट्राम घाट से मेला प्रांगण तक स्वेच्छा सेवक करेंगे जागरूक
डॉ पीबी सलीम ने कहा कि पूरे देशभर से सागर मेला प्रांगण तक जाने के लिए श्रद्धालु हावड़ा, सियालदह व बस के जरिये महानगर के बाबूघाट पहुंचते हैं. यहां आउट्राम घाट से सागर मेला के लिए रवाना होते समय प्रत्येक बसों में निजी स्वयंसेवी संस्था के युवक, लोगों को मेला प्रांगण साफ रखने व वहां बने अस्थायी शौचालयों में ही शौच करने को लेकर जागरूक करेंगे. इसके अलावा सरकार की ओर से रास्ते भर में होडिंग लगाकर इसके जरिये भी लोगों को जागरूक किया जायेगा.
चलेंगे एक हजार अतिरिक्त बसें, 10 लोकल ट्रेन व 130 स्टीमर
दक्षिण 24 परगना जिला परिषद की प्रमुख शमीमा शेख ने बताया कि मेला प्रांगण में श्रद्धालु आराम से पहुंच सकें, इसके लिए राज्य सरकार की ओर से बाबूघाट के आउट्राम घाट से एक हजार अतिरिक्त बसें चलाने की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा रेलवे अधिकारियों से बातचीत कर 10 जोड़ी सियालदह से नामखाना व काकद्वीप तक लोकल ट्रेन भी चलाने की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा लॉट नंबर-8 से कचुबेरिया तक नदी पार कराने के लिए 30 बड़े स्टीमर व नामखाना से चीमागुड़ी तक एक सौ छोटे स्टीमर चलाने की व्यवस्था की गयी है.
सागर मेले में मौजूद रहेंगे 85 अस्थायी चिकित्सा शिविर
शमीमा शेख ने बताया कि सागर मेले में निजी स्वयंसेवी संस्थाओं के कुल 85 चिकित्सा शिविर बनाये गये हैं. किसी भी श्रद्धालु की तबीयत बिगड़ने पर उनका वहां उपचार किया जायेगा. इसके अलावा आउट्राम घाट से गंगासागर आने के रास्ते में पड़ने वाले नौ सरकारी अस्पतालों को आपातकालीन स्थिति से निबटने के लिए अलर्ट रहने को कहा गया है. इसके अलावा किसी मरीज के ज्यादा बीमार पड़ने पर आपातकालीन स्थिति में उन्हें कोलकाता लाने के लिए एक हेलीकॉप्टर भी तैयार रखा गया है. प्रशासनिक अधाकारियों का दावा है कि किसी भी आपातकालिन स्थिति से निबटने के लिए राज्य सरकार व जिला परिषद के अधिकारी पूरी तरह से तैयार हैं.
पंजाब में हमले के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
इस वर्ष गंगासागर मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर दक्षिण 24 परगना जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील चौधरी ने बताया कि पूरे मेला प्रांगण को सीसीटीवी सर्विलेंस में कैद रखा जायेगा. इसके लिए कुल 140 सीसीटीवी कैमरे मेला प्रांगण में लगाये गये हैं. हाल ही में पंजाब में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर गंगासागर मेले की निगरानी के लिए दो ड्रोन की मदद ली जा रही है. इसके अलावा पूरे मेले की सुरक्षा में 10 हजार स्थायी व अस्थायी पुलिस बल की तैनाती किये गये हैं. दो हजार से ज्यादा सफेद पोशाक में पुलिस कर्मियों को मेला प्रांगण की सुरक्षा में तैनात किया गया है. इसके अलावा दो सौ से ज्यादा महिला पुलिस भी मौके पर तैनात रहेंगी, वहीं दूसरी तरफ वाच टावर और पुलिस असिस्टेंट बूथ के जरिये सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किये गये हैं. खोजी कुत्ते की मदद से दिन भर में एकाधिक बार मेला प्रांगण में जांच अभियान चलाया जायेगा. चोर-उचक्कों पर निगरानी के लिए वांटेड चोर-उचक्कों की तसवीर मेला प्रांगण में लगायी जायेगी. अग्निशमन व्यवस्था के लिए दमकल विभाग की ओर से पांच बड़े व दो छोटे पानी के टैंक को एक नंबर से पांच नंबर रास्ते में रखा जायेगा. इसके अलावा अस्थायी दमकल स्टेशन भी वहां खोला जायेगा. वहीं जलमार्ग में भी निगरानी के लिए फास्ट इंटरसेप्ट बोट को भी तैनात रखा जायेगा. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का दावा है कि बाबूघाट से लेकर सागरतट मेला प्रांगण तक सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किये गये हैं.