कोलकाता: विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपतियों के इस्तीफा देने का संबंध राजनीतिक दबाव से नहीं है. राज्य के शिक्षा मंत्री व्रात्य बसु ने विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल के दौरान ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि यादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति ने कम वेतन के बाबत इस्तीफा दिया था. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग प्रशासक की नियुक्ति करती है, लेकिन प्रशासक सही ढंग से काम कर पायेगा या नहीं. यह उसकी योग्यता पर निर्भर करता है तथा यदि प्रशासन सही ढंग से काम नहीं कर पा रहा है, तो इसकी जिम्मेदारी भी उसे ही लेनी होगी.
बारासात विवि के कुलपति को कारण बताओ नोटिस : श्री बसु ने बताया कि बारासात विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा रजिस्ट्रार को हटाये जाने के संबंध में उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया है. उनसे जवाब मांगा गया है कि हटाने के पहले काउंसिल मीटिंग में निर्णय लिया गया था या नहीं तथा सरकार को जानकारी दी गयी थी या नहीं. यदि नियमों का पालन नहीं किया गया था, तो फिर रजिस्ट्रार की पुन: बहाली होगी.
एसएससी चेयरमैन के मोबाइल खरीदने के मामले पर चुप्पी : श्री बसु ने एसएससी के चेयरमैन प्रदीप सूर द्वारा 47000 हजार रुपये का मोबाइल खरीदने के संबंध में कहा कि वह नहीं जानते हैं कि यह एससीसी के नियम के अनुकूल है या नहीं. वह इसकी जानकारी लेंगे. यदि नियम के अनुकूल नहीं होगा, तो उन्हें यह राशि लौटाने के लिए कहा जायेगा.
13-14 में 27,260 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के शिक्षकों की नियुक्ति : श्री बसु ने बताया कि 2013-14 के दौरान 27,260 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है, जबकि 52,267 पद रिक्त थे. ये पद 2009 से ही रिक्त हैं. दूसरे चरण की काउंसिलिंग हुई है तथा तीसरे चरण की काउंसिलिंग शीघ्र शुरू किया जायेगा. राज्य में कुल 5708 माध्यमिक तथा 3394 उच्च माध्यमिक स्कूल हैं.