सीजीएचएस अनुबंध तोड़ा
कोलकाता :महानगर के तीन निजी अस्पतालों के साथ हुए एक अनुबंध को केंद्र सरकार ने तोड़ दिया है. इनमें महानगर के तीन बड़े प्रतिष्ठित अस्पताल रूबी जेनरल अस्पताल, एएमआरआई (आमरी) व बीपी पोद्दार हैं.
जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार के कर्मियों के इलाज के लिए सेंट्रल गवर्मेट हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस) नामक एक योजना बनायी गयी है. इसके तहत सरकार एक विशेष योजना के अवकाश प्राप्त कर्मियों को बेहतर चिकित्सा प्रदान करने के लिए महानगर के तीन अस्पतालों का चुनाव की थी, लेकिन सरकार ने उक्त तीनों के साथ अब अपने अनुबंध को तोड़ दिया है.
बताया जा रहा है कि सरकार ने तीनों अस्पताल पर निम्न गुणवत्ता वाले चिकित्सा परिसेवा मुहैया करवाने का आरोप लगाते हुए इस अनुबंध को तोड़ दिया है.
इस संबंध रूबी जेनरल अस्पताल के सीइओ एसबी पुरकायस्थ ने केंद्र के सीजीएचएस विभाग द्वारा लगाये गये आरोपों को गलत ठहराया है. उन्होंने बताया कि अनुबंध के लिए अस्पताल को सीजीएचएस विभाग के पास परफॉरमेंस बैंक गारंटी के तौर पर करीब 10 लाख रुपये जमा करवाने पड़ते हैं.
इसके बाद अस्पताल सरकार के कर्मियों का इलाज करती है. उसके इलाज पर आने वाली समस्त खर्च को सीजीएचएस विभाग वहन करता है. सरकार ने काफी कम रेट पर इस अनुबंध को करवाया था. इसके बाद प्रति मरीज के इलाज पर आने वाले खर्च के बिल को विभाग को 30 दिन के भीतर पास करना पड़ता है, लेकिन एक महीने के बजाय सरकार इस बिल को तीन व चार महीने के अंतराल पर पास करती है.
इससे हमें कार्य करने में काफी परेशानी होती है. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने खुद ही इस अनुबंध को तोड़ा है. विभिन्न अस्पतालों पर गलत आरोप लगा रही है.