कोलकाता : संदिग्ध अवस्था में वाहन सहित लापता होनेवाले टैक्सी चालक कुशेश्वर पांडेय का पता जल्द से जल्द लगाये जाने व सटीक जांच की मांग पर एटक समर्थित टैक्सी संगठनों की ओर से पुलिस को अल्टीमेटम दिया गया है. यदि जल्द लापता टैक्सी चालक का पता नहीं लगाया गया तो संगठनों की ओर से 21 […]
कोलकाता : संदिग्ध अवस्था में वाहन सहित लापता होनेवाले टैक्सी चालक कुशेश्वर पांडेय का पता जल्द से जल्द लगाये जाने व सटीक जांच की मांग पर एटक समर्थित टैक्सी संगठनों की ओर से पुलिस को अल्टीमेटम दिया गया है. यदि जल्द लापता टैक्सी चालक का पता नहीं लगाया गया तो संगठनों की ओर से 21 दिसंबर को 24 घंटे की टैक्सी हड़ताल की जायेगी.
लापता टैक्सी चालक का पता लगाने के लिए एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन और वेस्ट बंगाल टैक्सी को-ऑर्डिनेशन कमेटी की और से कई दफा पुलिस अधिकारियों से भी गुहार लगायी जा चुकी है. मामले की जांच में पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए एटक समर्थित टैक्सी संगठनों के आह्वान पर रविवार को साउथ पोर्ट थाना का घेराव किया जायेगा.
रविवार की शाम करीब चार बजे पोर्ट इलाका स्थित फैंसी मार्केट के निकट पेट्रोल पंप के पास से टैक्सी चालकों की विरोध रैली निकाली जोयगी. इस बात की जानकारी एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव और वेस्ट बंगाल टैक्सी को-ऑर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने दी.
उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लेने के साथ तमाम टैक्सी चालकों को एकजुटता का परिचय देने का आह्वान किया गया है. चालकों से अनुरोध किया गया है कि वे रविवार को अपराह्न करीब तीन बजे टैक्सी बंद कर विरोध रैली में शामिल हों. श्रीवास्तव ने कहा कि एटक समर्थित टैक्सी संगठन लापता टैक्सी चालकों के परिजनों के साथ शुरू से है और आगे भी रहेगा.
यह किसी एक टैक्सी चालक का नहीं बल्कि तमाम टैक्सी चालकों का मुद्दा है. पुलिस को कुशेश्वर पांडेय की जल्द से जल्द तलाश करनी होगी, अन्यथा चालकों के बड़े आंदोलन के सम्मुख होना पड़ेगा. साथ ही सटीक जांच की मांग पर कलकत्ता हाइकोर्ट से भी गुहार लगाये जाने में एटक समर्थित टैक्सी संगठन पीछे नहीं हटेंगे.
गौरतलब है कि टैक्सी चालक बीते 21 नवंबर से ही लापता है. टैक्सी संगठनों ने कुशेश्वर पांडेय के अपहरण किये जाने की आशंका भी जतायी गयी है क्योंकि घटना के पहले एक व्यक्ति द्वारा कुशेश्वर को लगातार धमकी दिये जाने का आरोप पीड़ित के परिजनों की ओर से लगाया गया था. कथित तौर पर विगत 18 अक्तूबर को इसकी भी शिकायत दर्ज करायी गयी थी लेकिन उसके करीब एक महीने बाद ही कुशेश्वर संदिग्ध अवस्था में वाहन सहित लापता हो गया.