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सौर ऊर्जा से होगा रेल का भला : टंडन

कोलकाता. भारतीय रेलवे में ऊर्जा संरक्षण तकनीक के साथ सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने पर इससे जहां रेलवे में बिजली की खपत में भारी कमी आयोगी, वहीं इससे रेलवे को आर्थिक लाभ भी होगा. इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड द्वारा एलइडी लाइट के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है. बड़े स्तर पर […]

कोलकाता. भारतीय रेलवे में ऊर्जा संरक्षण तकनीक के साथ सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने पर इससे जहां रेलवे में बिजली की खपत में भारी कमी आयोगी, वहीं इससे रेलवे को आर्थिक लाभ भी होगा. इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड द्वारा एलइडी लाइट के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है. बड़े स्तर पर प्लेटफॉर्मों और ट्रेनों में एलइडी लाइटों का इस्तेमाल हो, इसके उपाय किये जा रहे हैं.
उक्त जानकारी रेलवे बोर्ड के सदस्य (विद्युत) नवीन टंडन ने दी. मंगलवार को मेट्रो भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि ट्रेनों के तीन कोचों को सौर पैनल युक्त करने के परीक्षण किये जा रहे हैं, जिसके अच्छे परिणाम मिले हैं. इसके साथ ही इंजन के परिचालन से पूरी गाड़ी में बिजली सप्लाई ही हो रही है और जेनेरेटर कार को बंद रखा जा रहा है. जल्द ही जेनेरेटर कार को ट्रेनों से हटा दिया जायेगा. इससे रेलवे को दोहरा फायदा होगा. ईंधन की खपत तथा कार्बन उत्सर्जन में कमी आने के साथ ही हर गाड़ी में दो जेनेरेटर कार की जगह दो यात्री कोच लगाये जा सकेंगे, जिससे रेलवे की आय भी बढ़ेगी. इस प्रकार रेलवे में ऊर्जा संरक्षण के उपायों को अपनाने से करोड़ों रुपये की बचत होगी.
मेट्रो ट्रेन में पानी टपकने से मिलेगी निजात
एक प्रश्न के जवाब में रेलवे बोर्ड के सदस्य (विद्युत) नवीन टंडन ने बताया कि जल्द ही कोलकाता मेट्रो रेलवे के ऐसी रैक में पानी टपकने की समस्या से यात्रियों को निजात मिल जायेगी. इस दिशा में मेट्रो का इंजीनियरिंग विभाग तेजी से काम कर रहा है. लगभग 80 प्रतिशत कार्य हो पूरा हो चुका है.
मेट्रो रेलवे की वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी इंद्राणी बनर्जी ने बताया कि संवाददाता सम्मेलन से पहले श्री टंडन ने कोलकता मेट्रो के महाप्रबंधक एके कपूर व मेट्रो के अन्य प्रधान अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. इसके अनुसार, अब किसी भी आपात स्थिति में मेट्रो के दोनों अंतिम छोर से यात्रियों को बाहर निकाला जा सकेगा, जबकि पहले के नियम के अनुसार किसी भी आपात स्थिति में केवल सामने के इंजन से ही यात्रियों को मेट्रो से बाहर निकाला जाता था. इसी तरह ब्रेक बॉडिंग की समस्या से मेट्रो को बचाने के लिए ऑटो ड्रेन बॉल्व लगाने का आदेश भी श्री टंडन ने अधिकारियों को देते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा मेट्रो की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. इस दौरान मेट्रो भवन के नवनिर्मित लिफ्ट का उदघाटन रेलवे बोर्ड के सदस्य श्री टंडन ने किया.

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