कोलकाता: सारधा के वित्तीय घोटाले के बावजूद राज्य में चिट फंड कंपनियों का कारोबार जारी है. इस घटना के बाद कई कंपनियां तो यहां से फरार हो गयीं, लेकिन कुछ कंपनियां अब भी यहां धड़ल्ले से अपना कारोबार कर रही हैं. ऐसी स्थिति में लोगों को इन कंपनियों के संबंध में अवगत कराने के लिए आइसीएआइ ने भी अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है. बहुत जल्द आइसीएसआइ के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समक्ष राज्य की चिट फंड कंपनियों से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जायेगी. यह जानकारी शनिवार को इआइआरसी के चेयरमैन सीएम रंजीत कुमार अग्रवाल ने महानगर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी.
उन्होंने बताया कि सारधा के वित्तीय घोटाले का मामला हमारी आंखें खोलने के लिए था, लेकिन इसके बाद भी यहां कई कंपनियों अपने आप को सही बता कर कारोबार कर रही हैं. इस संबंध में आइसीएआइ के सदस्य मिल कर यहां के सभी वित्तीय संस्थान के कार्यकलापों के संबंध में रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, इनमें राज्य में संचालित होनेवाले बैंकिंग व नन-बैंकिंग सभी संस्थानों के संबंध में रिपोर्ट पेश की जायेगी.
पुरानी कंपनियों का भी होगा जिक्र
राज्य में कारोबार करनेवाले एनबीएफसी, एचएफसी, चिट फंड, एमएफआइ, सीआइएस, निधि, म्यूचुअल फंड सहित बाजार से रुपये उठानेवाली पुरानी कंपनियों के संबंध में रिपोर्ट में जानकारी दी जायेगी. इसमें राज्य में कारोबार करनेवालीं सभी कंपनियों का पूरा आंकड़ा राज्य सरकार को सौंपा जायेगा.
इस रिपोर्ट में कंपनियों के नाम के साथ ही किस प्रकार से इनके खिलाफ अंकुश लगाया जा सकता है, इस संबंध में भी परामर्श दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस संबंध में आइसीएआइ ने रिपोर्ट तैयार करने का काम शुरू कर दिया है और अगले दो महीने में यह पूरा कर लिया जायेगा.