कोलकाता: मशहूर गायक मन्ना डे की आखिरी ख्वाहिश थी कि वह अपनी दिवंगत पत्नी सुलोचना की याद में एक भावुक प्रेम गीत रिकॉर्ड करे.उनके करीबी सहयोगी सुपर्णा कांति घोष ने बताया ‘‘वह आखिरी सांस तक गाना चाहते थे. लंबे समय से चल रहे अपने खराब खराब स्वास्थ्य के बावजूद वह फिर से गायकी शुरु करने […]
कोलकाता: मशहूर गायक मन्ना डे की आखिरी ख्वाहिश थी कि वह अपनी दिवंगत पत्नी सुलोचना की याद में एक भावुक प्रेम गीत रिकॉर्ड करे.उनके करीबी सहयोगी सुपर्णा कांति घोष ने बताया ‘‘वह आखिरी सांस तक गाना चाहते थे. लंबे समय से चल रहे अपने खराब खराब स्वास्थ्य के बावजूद वह फिर से गायकी शुरु करने के लिए उत्सुक थे. उनकी आखिरी ख्वाहिश अपनी पत्नी के लिए एक गीत रिकार्ड करने की थी.’’
डे ने इस साल अपनी पत्नी की याद में चार रवीन्द्र संगीत रिकॉर्ड करने का निर्णय किया था. घोष ने बताया कि दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किये जाने के बाद, वह अपना स्वास्थ्य ठीक होने का इंतजार कर रहे थे ताकि वह गीत रिकॉर्ड कर सकें.लेकिन बेंगलूर में आज लंबी बीमारी के बाद उनके निधन के साथ ही दुर्भाग्य से उनकी अंतिम ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी. खुद एक संगीतकार और गायक घोष ने कहा ‘‘काश ईश्वर उनकी अंतिम इच्छा पूरी कर देते. वह केवल एक प्रेमी के रुप में अपनी दिवंगत पत्नी को श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहते थे.’’वर्ष 1953 में शादी करने वाले डे की पत्नी का पिछले साल जनवरी में कैंसर के कारण निधन हो गया था. तब से वह अकेले रह रहे थे.