कोलकाता. भारत-अमेरिका के बीच प्रगाढ़ हो रहे संबंध के कारण देश में पूंजीवाद व साम्राज्यवाद के बढ़ावा की आशंका, सांप्रदायिकता और असहिष्णुता के विरोध में वाममोरचा की ओर से महानगर में विरोध रैली निकाली गयी. रैली शुक्रवार की शाम करीब चार बजे धर्मतल्ला के वाइ चैनल के निकट से शुरू हुई जो विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए कॉलेज स्क्वायर के पास समाप्त हुई.
रैली का नेतृत्व राज्य में वाममोरचा के चेयरमैन विमान बसु ने किया जबकि इस मौके पर पूर्व मंत्री असीम दासगुप्ता, मंजू कुमार, फारवर्ड ब्लॉक के नरेन चटर्जी, नारायण साहा, अश्विनी साह, गणेश राम, युवा लीग के श्रीकांत सोनकर, सपा के श्यामधर पांडेय समेत अन्य नेता व कार्यकर्ता शामिल रहे.
कथित तौर पर विगत गुरुवार को राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ विभिन्न लेखकों द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने के पीछे राजनीतिक मंशा प्रतीत होने की बात कही थी. रैली के दौरान इस मसले का जिक्र करते हुए विमान बसु ने राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी की भूमिका पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि कभी-कभी वे निष्पक्ष रूप से कार्य नहीं कर पाते हैं. किसी मसले को लेकर वे केंद्र सरकार को रिपोर्ट दे सकते हैं लेकिन केंद्र सरकार के पक्ष लेकर वक्तव्य रखना सही नहीं लगता है. आरोप के मुताबिक केंद्र में भाजपा सरकार के सत्ता में रहने के दौरान सांप्रदायिक हिंसा कई घटनाएं सामने आयी हैं.
इन घटनाओं को लेकर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? आरोप के अनुसार केंद्र सरकार की सटीक नीति नहीं होने की वजह से ही पूरे देश में सांप्रदायकिता को बढ़ावा मिल रहा है. इसके खिलाफ वामपंथी व्यापक रूप से आंदोलन करेंगे.