लिहाजा इस बार अशांति फैलाने वाले शरारती तत्व बख्शे नहीं जायेंगे, वे अंजाम को खुद समझ कर इस तरह की साजिश रचने से सतर्क रहें. दुर्गापूजा के पहले पूजा आयोजनकर्ताओं को लेकर आयोजित मिटिंग में राज्य की मुख्यमंत्री ममती बनर्जी ने शरारती तत्वों को कुछ इस तरह की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि आगामी कुछ ही दिनों में राज्य का प्रमुख त्योहार दुर्गापूजा होना है, इसी बीच मोहर्रम भी मनाया जाना है. इसके कारण राज्य के लोगों के अलावा पूजा के आयोजनकर्ताओं से वे शांति से दोनों त्योहारों को मनाने में पुलिस प्रशासन की मदद करने की अपील की. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार दुर्गापूजा व मोहर्रम का समय लगभग आसपास पड़ने के कारण प्रतिमा विसर्जन के लिए दो दिन का समय रखा गया है.
इस बार सिर्फ 25 अक्तूबर को दिन भर व 26 अक्तूबर को दोपहर दो बजे तक प्रतिमा विसर्जन करने का समय निर्धारित किया गया है, जिससे आपसी सामंजस्य स्थापित कर दोनों धार्मिक अनुष्ठान को शांतिपूर्वक मनाया जा सके. उन्होंने उम्मीद जतायी कि 26 अक्तूबर की शाम को लक्ष्मी पूजा में इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इस दिन मुख्यमंत्री ने कोलकाता पुलिस के सीपी व राज्य पुलिस के डीजी को पांच छोटी पूजा कमेटी को पुलिस फंड से पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद करने का निर्देश दिया. इसके अलावा बड़ी पूजा कमेटियों से भी सीएम ने इलाके के पांच छोटे पूजा अायोजनकर्ताओं को अपनी तरफ से पांच हजार रुपये आर्थिक मदद देने का निर्देश दिया.