कोलकाता. महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे मोबाइल इंस्टेंट ट्रैकिंग रिस्पांस एंड असिस्टेंस (रेल मित्र) एक अहम कदम है. आधुनिक दौर में यह एप महिलाओं को सुरक्षित यात्रा मुहैया कराने में कारगर साबित होगा. पूर्व रेलवे मुख्यालय में शुक्रवार को रेल मित्र एप के उदघाटन कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से उक्त बातें रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने कहीं.
उन्होंने कहा कि आज ज्यादातर महिलाओं के पास मोबाइल फोन होते हैं, ऐसे में यदि हम इसे तकनीक से जोड़ कर महिलाओं की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल करें, तो इससे बेहतर क्या हो सकता है. श्री प्रभु ने एप के बारे में बताया कि यदि किसी ट्रेन में महिला यात्री के साथ कुछ अनहोनी होती है, तो वह इस एप से चंद मिनटों में इसकी सूचना सुरक्षाकर्मियों को दे सकती है और सुरक्षाकर्मी महिला रेल यात्री का लोकेशन जानकर उस तक पहुंच सकते हैं.
इस दौरान पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक आरके गुप्ता ने बताया कि एक महीने में कई बार इस एप का ट्रायल किया गया और आज इस एप को हावड़ा के साथ सियालदह रेल मंडल में लागू कर दिया गया. आनेवाले दिनों में इसे मेट्रो और दक्षिण पूर्व रेलवे में भी लागू करने की योजना है.
उल्लेखनीय है िक इससे पहले पश्चिमी रेलवे के मुंबई और सिकंदराबाद में रेलवे मोबाइल इंस्टेंट ट्रैकिंग रिस्पांस एंड असिस्टेंस (रेल मित्र) का उदघाटन हो चुका है. कार्यक्रम में पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक आरके गुप्ता, दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक राधेश्याम, एजीएम बीके पटेल, डीआइजी कम चीफ सिक्यूरिटी कमिश्नर विनोद कुमार ढाका, हावड़ा के डीआरएमा़ा डॉ आर बद्रीनारायणन, सियालदह की डीआरएम जया वर्मा सिन्हा, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रवि महापात्र के साथ बड़ी संख्या में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
रेल मित्र कैसे करता है काम
रेल मित्र एप का इस्तेमाल स्मार्ट और एंड्रायड मोबाइल फोन के साथ साधारण मोबाइल फोन पर भी किया जा सकता है. इसके लिए मोबाइल पर इंटरनेट कनेक्शन होना जरूरी है. सबसे पहले महिला यात्री इस एप को गुगल के माध्यम से अपने मोबाइल फोन पर डाउनलोड करें. यदि महिला के पास स्मार्ट या एंड्रायड फोन है, तो वह उससे इस एप के माध्यम से अपना या किसी अन्य यात्री का फोटो भी सिक्यूरिटी कंट्रोल को भेज सकती है, जबकि साधारण फोन से केवल मैसेज सिक्यूरिटी कंट्रोल में भेजा जा सकेगा. इस एप के लोड होने के बाद महिला द्वारा एक बटन दबाते ही 56161 नंबर पर सहायता संबंधी संदेश सिक्यूरिटी कंट्रोल में चला जायेगा. पीड़िता द्वारा किया गया मैसेज संबंधित इलाके के स्टेशन के आरपीएफ इंस्पेक्टर और मंडल सिक्यूरिटी कंट्रोल रूम में चला जायेगा. जीपीएस के द्वारा संबंधित इंस्पेक्टर के मोबाइल पर पीड़ित महिला का नंबर और उसका लोकेशन का पूरा ब्योरा आ जाता है. संदेश आते ही रेलवे का सेंट्रल सिक्यूरिटी कंट्रोल हरकत में आ जायेगा और चंद मिनटों में ही इंस्पेक्टर दलबल के साथ पीड़ित महिला के पास पहुंच जायेंगे. इस दौरान आरपीएफ अधिकारी महिला को जरूरी मदद प्रदान करेंगे.
राज्य में लघु उद्योग के विकास की अपार संभावना
राज्य में लघु उद्योग के विकास की अपार संभावना है. लघु उद्यम के विकास से ही अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव संभव है. शुक्रवार को फेडरेशन ऑफ स्मॉल एंड मीडियम इंडस्ट्रीज वेस्ट बंगाल द्वारा आयोजित 13वें एक्सीलेंस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ये बातें कहीं. इस अवसर पर राज्य की शिशु एवं बाल कल्याण मंत्री डॉ शशि पांजा भी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल थीं. कार्यक्रम में लघु उद्यम के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उद्यमियाें को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर फास्मी के अध्यक्ष विश्वनाथ भट्टाचार्य के साथ पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक आरके गुप्ता, दक्षिण पूर्व एवं मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक राधेश्याम समेत अन्य वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे.