मामले पर कोलकाता पुलिस के विशेष अतिरिक्त व संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से उज्वल घोष नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. उससे पूछताछ में उसके साथ इस वारदात में शामिल उदय भट्टाचार्य, प्रसेनजीत पाल, रवि मंडल और शुभजीत सीद उर्फ दीप नामक अन्य चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. चंदन के इस मामले में जुड़े होने को लेकर पुलिस सूत्रों ने बताया कि इमारत में रहने के कारण इस इमारत में कहां कैमरे लगे है और कहां से भागना आसान होगा, इसकी पूरी जानकारी चंदन को पहले से थी.
दफ्तर के मालिक हनुमान बुच्छा के धंधे पर काफी दिनों से उसकी नजर थी, लिहाजा उसने अपने जान पहचान के युवकों को पूरी जानकारी देकर डकैती की साजिश रची. इस दौरान डकैतों को यह भी बता दिया कि किस समय दफ्तर में कौन मौजूद रहता है, और कब दफ्तर में जेवरात ज्यादा मौजूद रहते है. जिससे डकैतों को वारदात को अंजाम देने में आसानी हो सके. इन घटना का मास्टर प्लान तैयार कर घटना के दिन वह खुद दर्शक की भूमिका में था. घटना के दिन लोगों के साहस से पकड़े गये उज्वल घोष नामक एक आरोपी से पूछताछ में पुलिस को सारी घटना का खुलासा हुआ. जिसके बाद से चंदन भागा हुआ था. गुप्त जानकारी के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. अदालत में पेश करने पर उसे आठ जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है.