इसलिए एफपीओ व एफआइजी को इस ओर आगे बढ़ना होगा और यहां उत्तम श्रेणी के बीज उत्पादन पर जोर देना होगा. ये बातें बुधवार को राज्य के कृषि व कृषि विपणन विभाग के प्रधान सचिव डॉ आरएस शुक्ला ने ‘ इंडिया राइस कंक्लेव 2015 ’ के दौरान कही.
मुख्यमंत्री के कृषि मामलों के सलाहकार पीके मजूमदार ने कहा कि अगर बंगाल में उत्तर श्रेणी के धान की बीज का प्रयोग किया जाये तो यहां धान के उत्पादन में 25 प्रतिशत की वृद्धि होगी. विधान चंद्र कृषि विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रोफेसर असीम कुमार चक्रवर्ती, विश्व भारती यूनिवर्सिटी के प्रो- उप कुलपति प्रोफेसर स्वपन कुमार दत्ता, आइसीएआर (फसल) के महानिदेशक डा जेएस संधु ने भी अपने विचार रखे. इस मौके पर आइसीसी की एग्रि बिजनेस के चेयरमैन रूद्रा चटर्जी व संयुक्त निदेशक मधुपर्णा भौमिक ने अतिथियों का स्वागत किया.