जलपाईगुड़ी : डुवार्स के ज्यादातर चाय बागानों में लुपार नामक कीट के आक्रमण से चाय पत्ती नष्ट हो रही है. लुपार के उपद्रव के चलते डुवार्स में उत्पादित कुल चाय का 10 प्रतिशत उत्पादन प्रभावित हो रहा है.
टी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के नॉर्थ बंगाल शाखा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चाय बागान के निकट स्थित जंगल से इस कीढ़े का आगमन हो रहा है. टी रिसर्च एसोसिएशन टोकलाई के डुवार्स नागरकाटा शाखा ने इस कीढ़े के उपद्रव के रोकथाम के लिए नये रसायन का आविष्कार किया है.
सारुगांव चाय बागान में करीब 45 हेक्टयर पर उगे चाय की पत्तीयों को लुपार ने नष्ट कर दिया है. मेचपाड़ा चाय बागान के करीब 38 हेक्टयर चाय बागान व रियाबाड़ी के 22 हेक्टयर चाय बागानों में लुपार ने उपद्रब मचा रखा है. दो महीनों में इस कीढ़े ने इन तीनों चाय बागानों के कुल उत्पादित चाय पत्तियों के 985 किलो हरी पत्तियां खा लिया है. जिससे एक लाख 47 हजार रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है.
टीआरए के नॉर्थ बेंगल शाखा सचिव रणजीत दत्ता ने कहा कि सालभर लुपार डुवार्स के चाय बागानों में तांडव मचाता है. लुपारों को नाश करने के लिए महंगा कीटनाशक की जरूरत है. टीआरए (नागराकाटा) के आंचलिक कार्यालय के शोध के अनुसार लुपर का जीवन चक्र 40-50 दिनों का होता है.
चाय बागानों में परजीवी गिरगिट व पक्षियों की संख्या कम हो जाने के कारण लुपर का उपद्रव बढ़ रहा है. टीआरए के वैज्ञानिकों ने विशेष रसायन का आविष्कार कर परीक्षा कर रहे हैं. शोध सफल होने पर रसायन का इस्तेमाल चाय बागानों में किया जायेगा.
जरूरतमंदों के लिए आज से कार्यशाला : मालबाजार
सर्वशिक्षा मिशन की पहल पर जरूरतमंद विद्यार्थियों को शिक्षा दान करने के लिए सोमवार से मालबाजार के डामडिम गजेंद्र विद्यामंदिर में कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. यह कार्यशाला शुक्रवार तक चलेगा. कार्यशाला का उद्घाटन सर्वशिक्षा मिशन के जिला योजना अधिकारी आलोक महापात्र करेंगे.यह जानकारी विद्यालय के प्रधान शिक्षक सुशांत कुमार पंडित ने दी.