कोलकाता: निजी बस मालिकों के बाद मिनी बस ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने भी 19 और 20 सितंबर को राज्यव्यापी मिनी बस हड़ताल की घोषणा की है. सोमवार को कमेटी की बैठक हुई. कमेटी के अवशेष दां ने बताया कि डीजल व बसों के पार्ट्स की कीमत, रखरखाव में खर्च तथा बीमा के प्रीमियम की दर में बहुत ही वृद्धि हुई है. लेकिन किराये में वृद्धि नहीं हुई है. वे लोग लगातार राज्य सरकार से किराया वृद्धि की मांग कर रहे हैं, लेकिन परिवहन विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया है. उन्होंने मिनी बसों में न्यूनतम 10 रुपये किराया करने तथा प्रत्येक स्टेज पर 60 फीसदी किराया वृद्धि करने की मांग की है.
नहीं बढ़ेगा बस भाड़ा
राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्र ने बस किराया बढ़ाने के संबंध में साफ कर दिया कि फिलहाल बस किराये में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं की जायेगी. राज्य सरकार भाड़ा बढ़ाने के बारे में सोच भी नहीं रही है. बस मालिकों को काली पूजा तक इंतजार करना होगा. मंत्री समूह ने स्पष्ट कर दिया है कि इस संबंध में कोई बैठक भी नहीं होगी.
अवैध जमीन छुड़ायी
महानगर के कई क्षेत्रों में अवैध कब्जे से सरकारी जमीन को छुड़ाने के लिए परिवहन मंत्री मदन मित्र के नेतृत्व में अभियान चलाया गया. दो क्षेत्रों में परिवहन विभाग ने सरकारी जमीन को अवैध कब्जे के चंगुल से छुड़ा लिया है. इसकी जानकारी परिवहन मंत्री मदन मित्र ने दी. सोमवार को मौलाली में विभाग द्वारा अभियान चलाया गया और यहां से करीब 76 कट्ठा जमीन को कब्जे में ले लिया है. इस जमीन पर वर्षो से अवैध कब्जा था.इसके साथ ही रूबी हॉस्पिटल के पास की 50 कट्ठा जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा था, जिसे राज्य सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है. इन दोनों स्थानों पर पुलिस तैनात किये गये हैं, ताकि यहां किसी प्रकार की हिंसक घटना ना हो सके. उन्होंने पिछली वाममोरचा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वाममोरचा कार्यकाल के दौरान माकपा के प्रभावित नेताओं की मदद से इन जमीन को सौंपा गया था, इससे राज्य सरकार को नुकसान हो रहा था. अब इस जमीन का वाणिज्यिक प्रयोग किया जायेगा.