काम नहीं आया सरकारी प्रयास, दिन–पर–दिन बढ़ती जा रही कीमत
कोलकाता : प्याज की बढ़ी कीमत ने लोगों को रुलाना जारी रखा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद महानगर के कई इलाकों में मोबाइल वैन से 36 रुपये प्रति किलो प्याज की बिक्री करने के बावजूद प्याज की कीमत दिनों–दिन बढ़ रही है.
हालांकि रविवार को न तो लेकटाउन इलाके व न ही गरियाहाट में मोबाइल वैन दिखायी दिये, जबकि कोलकाता के विभिन्न स्थानीय बाजारों में प्याज 70 रुपये से 80 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहे हैं.
स्थानीय विक्रेताओं का कहना है कि यदि यही स्थिति रही, तो वह दिन दूर नहीं जब प्याज 100 रुपये प्रति किलो की दर से बिकेगा. उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने गरियाहाट, लेक मार्केट, चेतला बाजार, कालीघाट बाजार, मानिकतला बाजार, श्यामबाजार, हाथीबागान व सॉल्टलेक करुणामयी में अस्थायी आउटलेट लगा कर 36 रुपये की दर से प्याज की बिक्री शुरू की है.
स्थानीय बाजारों में 70 रुपये की दर से प्याज बिक रहा है, जबकि एक माह पहले प्याज 30 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा था.
पश्चिम बंगाल प्याज ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता प्रभात कुमार दास ने कहा कि इस वर्ष महाराष्ट्र के नासिक में प्याज का उत्पादन बहुत ही कम हुआ है. दूसरी ओर, मेदिनीपुर, बांकुड़ा व वीरभूम में अत्यधिक बारिश के कारण प्याज की फसल नष्ट हो गयी है.
दूसरी ओर, प्याज की बढ़ी कीमत ने मध्य व गरीब वर्ग के बजट को बुरी तरह से प्रभावित किया है. लोगों ने प्याज की कटौती करनी शुरू कर दी है. जहां पहले तीन किलो प्याज की खपत होती थी. अब उसकी जगह एक किलोग्राम प्याज से ही लोग संतोष कर रहे हैं.