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सूर्यकांत की पत्नी के खिलाफ जांच

कोलकाता/खड़गपुर : राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉ सूर्यकांत मिश्र की पत्नी द्वारा संचालित ‘भगवती देवी नारी कल्याण समिति’ नामक समाजसेवी संस्था के खिलाफ सरकारी आर्थिक अनुदान का दुरुपयोग व वित्तीय गड़बड़ी के आरोप में विगत नौ मार्च को शिकायत दर्ज की गयी थी. क्या है घटना दर्ज की गयी शिकायत के आधार पर […]

कोलकाता/खड़गपुर : राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉ सूर्यकांत मिश्र की पत्नी द्वारा संचालित ‘भगवती देवी नारी कल्याण समिति’ नामक समाजसेवी संस्था के खिलाफ सरकारी आर्थिक अनुदान का दुरुपयोग व वित्तीय गड़बड़ी के आरोप में विगत नौ मार्च को शिकायत दर्ज की गयी थी.

क्या है घटना
दर्ज की गयी शिकायत के आधार पर बुधवार को राज्य पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधी शाखा के पांच सदस्यीय दल ने पश्चिम मेदिनीपुर के बेलदा थाना अंतर्गत ठाकुरदा गांव स्थित संस्था के कार्यालय में तलाशी अभियान चलाया. कथित तौर पर उषा मिश्र सहित संस्था के अन्य कर्मियों से पूछताछ की गयी.आरोप के मुताबिक पूर्ववर्ती वाम मोरचा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे डॉ सूर्यकांत मिश्र के कार्यकाल के दौरान संस्था को एड्स नियंत्रण कार्यसूची के लिए सरकार की ओर से आर्थिक अनुदान दिया गया था जिसका दुरूपयोग किया गया.

आरोप बेबुनियाद : उषा

यद्यपि इन आरोपों को उषा मिश्र ने बेबुनियाद बताया है. उनका आरोप है कि राजनीतिक मंशा के तहत और माकपा नेता डॉ सूर्यकांत मिश्र की छवि धूमिल करने के इरादे से आधारहीन शिकायत दायर की गयी और एनजीओ कार्यालय में तलाशी अभियान चलाया गया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बिना किसी पूर्व नोटिस व सर्च वारंट दिखाये एनजीओ कार्यालय का ताला तोड़ कर तलाशी अभियान चलाया गया.

उनका दावा है कि पूर्ववर्ती वाम मोरचा सरकार के कार्यकाल में संस्था को मिला सरकारी अनुदान बतौर चेक द्वारा प्राप्त किया गया था. उन्होंने माकपा के राज्य सम्मेलन चलने के दौरान तलाशी अभियान को लेकर संशय जताया है. इधर तलाशी अभियान को लेकर स्थानीय लोगों ने संस्था के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और मामले की जांच की मांग की.

सूर्यकांत को फंसाने की साजिश : माकपा

कोलकाता. विधानसभा में विपक्ष के नेता व माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य डॉ सूर्यकांत मिश्र की पत्नी उषा मिश्र द्वारा संचालित एनजीओ पर कई आरोप लगा कर उसकी जांच शुरू की गयी है. यह पहल तृणमूल सरकार द्वारा माकपा नेता डॉ सूर्यकांत मिश्र के खिलाफ साजिश के तहत की गयी है. पार्टी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार यह आरोप राज्य में माकपा सम्मेलन के दौरान वामपंथी नेताओं ने लगाया है. उन्होंने इस घटना की तीव्र निंदा की है. आरोप के मुताबिक, तलाशी के लिए किसी भी प्रकार का सर्च वारंट नहीं दिखाया गया. संस्था के कार्यालय स्थित रिकॉर्ड रूम के दरवाजे का ताला तोड़ कर तलाशी ली गयी व वहां की फाइलों व अन्य दस्तावेज को ले जाया गया. माकपा की ओर से आरोप लगाया गया कि आम लोगों के हित संबंधी कई मुद्दों को लेकर लगातार सरकार पर दबाव बनाने वाले नेता डॉ सूर्यकांत मिश्र की छवि धूमिल करने की कोशिश पहले भी की जा चुकी है. विज्ञप्ति के अनुसार विगत वर्ष सरकारी निर्देश पर विद्यासागर कॉलेज के रिटायर्ड शिक्षक व मिश्र के भाई डॉ तपन मिश्र के खिलाफ गैर जमानती धारा के तरह प्राथमिकी दर्ज की गयी थी लेकिन कानूनी लड़ाई के बाद तपन मिश्र की जीत हुई. उन्हें बकाया राशि भी प्राप्त हुई. उनके भाई के बाद अब उनकी पत्नी के खिलाफ जांच, सवाल का विषय है?
सारधा कांड की सीबीआइ जांच में राज्य सरकार की असलियत सामने आ गयी है. सारधा कांड समेत कई मुद्दों को लेकर माकपा ने आवाज उठायी है, इसलिए वामपंथी नेताओं पर दबाव बनाने व उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है.

मो सलीम, माकपा नेता

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