जिलास्तर पर शिक्षक व छात्रों के बीच समान अनुपात को लेकर शिक्षा विभाग शीघ्र ही बदली नीति बनायेगा और उसे सरकार उसे लागू करने की कोशिश करेगी. उन्होंने कहा कि 2500 प्राइमरी स्कूलों को अपर प्राइमरी स्कूल में बदला गया है तथा उसी तरह से माध्यमिक स्कूलों को उच्च माध्यमिक स्कूलों में तब्दील किया गया है. विधायकों के सवाल के जवाब में श्री चटर्जी ने स्वीकार किया कि कुछ स्कूलों में छात्रों की संख्या ज्यादा होती है तथा कुछ स्कूलों में छात्रों की संख्या कम होती है. स्कूलों में शिक्षा के स्तर के ठीक करना होगा, ताकि सभी स्कूलों में समान रूप से छात्र भरती लें.
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शिक्षकों को लेकर शीघ्र ही बदली नीति बनायेगी राज्य सरकार
कोलकाता: राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने बताया कि शिक्षकों को लेकर शीघ्र ही बदली नीति बनायी जायेगी. विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल में श्री चटर्जी ने कहा कि कुछ स्कूलों में छात्रों की संख्या अधिक है, लेकिन शिक्षकों की संख्या कम है. कुछ स्कूलों में शिक्षकों की संख्या अधिक है, लेकिन छात्रों की संख्या […]
कोलकाता: राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने बताया कि शिक्षकों को लेकर शीघ्र ही बदली नीति बनायी जायेगी. विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल में श्री चटर्जी ने कहा कि कुछ स्कूलों में छात्रों की संख्या अधिक है, लेकिन शिक्षकों की संख्या कम है. कुछ स्कूलों में शिक्षकों की संख्या अधिक है, लेकिन छात्रों की संख्या कम है.
30 हजार प्राथमिक शिक्षकों के पद रिक्त
श्री चटर्जी ने स्वीकार किया कि राज्य में 30 हजार प्राथमिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं. इसके लिए विज्ञप्ति जारी की गयी है. उसी तरह से माध्यमिक में 25197 शिक्षकों के पद रिक्त हैं. प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में नियम लागू किया गया था कि टेट छोड़ कर परीक्षा नहीं दे सकते हैं. केंद्र से इस संबंध में अनुमति मांगी गयी थी. ओड़िशा व त्रिपुरा को एक साल के लिए छूट दी गयी है, जबकि पश्चिम बंगाल भी छूट की मांग की है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. एसएससी में नौकरी के आवेदनकारियों के अनशन पर श्री चटर्जी ने कहा कि वह इस पर नजर रखे हुए हैं. पारा शिक्षकों से भी बातचीत चल रही है.
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