नयी दिल्ली/कोलकाता: लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद मुकुल राय पार्टी के अन्य सांसदों से अलग-थलग रहे. श्री राय राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान संसद में उपस्थित थे, लेकिन न दो सदन में ही और न ही सेंट्रल हॉल में ही तृणमूल के अन्य नेताओं के साथ उनकी कोई बातचीत […]
नयी दिल्ली/कोलकाता: लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद मुकुल राय पार्टी के अन्य सांसदों से अलग-थलग रहे. श्री राय राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान संसद में उपस्थित थे, लेकिन न दो सदन में ही और न ही सेंट्रल हॉल में ही तृणमूल के अन्य नेताओं के साथ उनकी कोई बातचीत हुई.
राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान जमीन अधिग्रहण के उल्लेख के संबंध में पूछे जाने पर भी श्री राय ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि इस संबंध में पार्टी के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ही कोई जवाब देंगे. उल्लेखनीय है कि सारधा चिटफंड कांड में सीबीआइ के श्री राय को तलब किये जाने के बाद श्री राय और पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी के बीच दूरियां बढ़ी है. यहां तक ही सुश्री बनर्जी ने दिल्ली स्थित श्री राय के आवास से अपना समान हटवा लिया है.
दूसरी ओर, श्री राय के विधायक पुत्र शुभ्रांशु राय के बयान को लेकर विधानसभा में पार्टी महासचिव मुकुल राय के नेतृत्व में अनुशासन रक्षा कमेटी की बैठक हुई. इस बैठक में पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी, शहरी विकास मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम, युवा कल्याण मंत्री अरुप विश्वास व अन्य उपस्थित थे.
उल्लेखनीय है कि तीन दिन पहले शुभ्रांशु राय के बयान को लेकर तृणमूल भवन में बैठक हुई थी. उस बैठक में 72 घंटे के बाद निर्णय लेने की बात कही गयी थी, लेकिन आज की बैठक में कोई निर्णय नहीं हुआ.
श्री विश्वास ने संवाददाताओं को बताया कि उन लोगों ने शुभ्रांशु के बयान नोट किया है. वे लोग 25 को फिर बैठेंगे तथा अगला निर्णय लेंगे. यह पूछे जाने पर शुभ्रांशु के संबंध में पार्टी निर्णय लेने में देरी कर रही है, श्री विश्वास ने कहा कि वे लोग निर्णय लेने में कभी भी पीछे नहीं हटते हैं. वे लोग ममता बनर्जी के नेतृत्व में काम कर रहे हैं तथा आम लोगों का पूरा समर्थन हासिल है.