कोलकाता: एसएसकेएम (पीजी) अस्पताल में पूर्वोत्तर भारत का पहला ह्यूमन मिल्क बैंक बुधवार को खुला. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसका उदघाटन किया. पूर्वोत्तर भारत के इस पहले ह्यूमन मिल्क बैंक में मां के दूध को संरक्षित रखने के लिए अत्याधुनिक उपकरण लगाये हैं.
ममता ने किया चकित
ह्यूमन मिल्क बैंक का उदघाटन हैरतअंगेज ढंगसे किया गया. अस्पताल के कुछ आला अधिकारियों को छोड़ किसी को भी यह नहीं मालूम था कि यहां ह्यूमन मिल्क बैंक का उदघाटन किया जाना है. कुछ कार्यक्रम होना है, इस बात से सभी वाकिफ थे., लेकिन क्या होना है, यह नहीं जानते थे. बुधवार को पूर्वाह्न लगभग 11.30 बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अचानक पीजी पहुंचीं और मिल्क बैंक का उदघाटन कर सबको चकित कर दिया. इसके बाद बैंक का निरीक्षण करने के बाद वह अपराह्न 12.10 बजे अस्पताल से रवाना हो गयीं.
अनूठी योजना का दावा
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत को दौरान स्तनपान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि नवजात शिशुओं की बुनियादी जरूरत को पूरा करने के लिए यह अपनी तरह की अनूठी योजना है. यह योजना उन शिशुओं के लिए लाभकारी होगी, जिनकी माताओं की प्रसव के दौरान मौत हो जाती है अथवा अन्य किसी वजह से मां अपने नवजात शिशु को दूध नहीं पिला पाती है. स्वास्थ्य विभाग का भी कामकाज देख रहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक अत्याधुनिक स्तनदुग्ध बैंक है, जिसे शिशुओं को संक्रमणमुक्त दूध उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है.
सभी मेडिकल कॉलेज में खुलेगा
सुश्री बनर्जी ने बताया कि मां का दूध नहीं मिल पाने के कारण राज्य में कई नवजात शिशुओं की मौत हो जाती है. उन्होंने बताया कि निकट समय में राज्य के प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में दूध बैंक खोले जाने की योजना बनायी गयी है, ताकि राज्य से शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके.