सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता के माध्यम से भेजे गये कानूनी नोटिस में आरोप लगाया गया है कि कल्याण बनर्जी और अभिषेक बनर्जी ने सिद्धार्थ नाथ सिंह की मानहानि की है. साथ ही समूचे शास्त्री परिवार का भी अपमान किया गया है.
संसद में दबाव के चलते कल्याण बनर्जी ने जो माफी मांगी उसे माफी की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता. लिहाजा नोटिस पाने के दो हफ्ते के भीतर बिना शर्त माफी मांगनी होगी और सिद्धार्थ नाथ सिंह को 10 करोड़ रुपये का मुआवजा अदा करना होगा. साथ ही इस बारे में उन सभी समाचारपत्रों में इसकी सूचना छपवानी होगी जिन्होंने उनके बयान को प्रकाशित किया था. उल्लेखनीय है कि कल्याण बनर्जी व अभिषेक बनर्जी ने खुली सभा में कहा था कि लाल बहादुर शास्त्री यदि जीवित होते और अपने नाती सिद्धार्थ नाथ सिंह की हरकतों को देखकर कहते कि वह विवाह ही नहीं करेंगे.