गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भरती किया गया है. केवल समित ही नहीं, अन्य अनशनरत छात्रों की स्थिति बिगड़ते जा रही है. हालांकि अनशनरत छात्रों की स्थिति पर निगरानी के लिए विश्वविद्यालय परिसर में मेडिकल कैंप खोला गया है. मेडिकल कैंप के डॉक्टरों की ओर से प्रति घंटे अनशनरत छात्रों का स्वास्थ्य निरीक्षण किया जा रहा है. इससे पहले, अनशनरत छात्र शिवम घोष अस्वस्थ हो गया था.
रविवार को उसे अस्पताल से छोड़ा गया. शुक्रवार को उसे अस्पताल में भरती कराया गया था. विश्वविद्यालय में जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कुलपति, जूटा के पदाधिकारी तथा अनशनरत छात्रों के साथ बैठक की थी. उन्होंने आशा जतायी थी कि समस्या का समाधान शीघ्र ही निकाल लिया जायेगा, लेकिन बैठक के बाद भी अब भी गतिरोध बना हुआ है. छात्र विश्वविद्यालय के कुलपति के इस्तीफे की मांग पर अड़े हुए हैं. दूसरी ओर, अस्पताल से लौटने के बाद शिवम घोष ने रविवार शाम को अनशन में शामिल हुआ. छात्रों की आमसभा के निर्णय के अनुसार छात्रों ने अनशन जारी रखने का निर्णय किया है. उधर, सोमवार से यादवपुर विश्वविद्यालय के अनशनरत छात्रों के अभिभावकों ने भी सांकेतिक अनशन करने की घोषणा की है. सोमवार दोपहर दो बजे यादवपुर के पूर्व छात्रों व अभिभावकों की सभा भी होगी.