मालदा: तृणमूल कांग्रेस में शामिल नहीं होने से नाराज माकपा के पूर्व पंचायत सदस्य व उसके परिवार पर शासक दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया. माकपा के पूर्व पंचायत सदस्य 60 वर्षीय नूर हक पर रात नौ बजे के आसपास हमला किया गया. घटना मानिचक थाना के गोपालपुर ग्राम पंचायत के कालीटोला गांव […]
मालदा: तृणमूल कांग्रेस में शामिल नहीं होने से नाराज माकपा के पूर्व पंचायत सदस्य व उसके परिवार पर शासक दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया. माकपा के पूर्व पंचायत सदस्य 60 वर्षीय नूर हक पर रात नौ बजे के आसपास हमला किया गया. घटना मानिचक थाना के गोपालपुर ग्राम पंचायत के कालीटोला गांव में घटी. घायल नूर हक को मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भरती कराया गया है.
हमले में नूर हक के भाई सैफुद्दीन शेख (55) भी घायल हो गये. उन्हें मानिकचक ग्रामीण अस्पताल में भरती कराया गया है. इस घटना में नूर हक के बेटे सद्दाम हुसैन ने पांच तृणमूल कार्यकर्ताओं के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करायी है. मिली जानकारी के अनुसार, नूर हक पर उस वक्त हमला किया गया जब वह मसजिद से नमाज पढ़ कर घर लौट रहे थे. उसके सिर पर हंसूआ से गोद कर हत्या की कोशिश की गयी. उस दौरान नूर हक का भाई सैफुद्दीन शेख भी वहां से जा रहा था.
बड़े भाई को बचाने आये सैफुद्दीन पर भी जानलेवा हमला किया गया. दोनों के चिल्लाने पर गांव वाले को वहां पहुंचते देख हमलावर भाग गये. नूर हक के बेटे सद्दाम हुसैन ने पुलिस को बताया कि इलाके के तृणमूल नेता मइनुल हक व आसारुल हक के नेतृत्व में उसके पिता व चाचा पर हमला किया गया. बीते लोकसभा चुनाव के पहले से ये लेाग उन्हें तृणमूल में शामिल होने के लिए दबाव दे रहे थे. उनलोगों की बात नहीं मानने के कारण ही उन पर हमला किया गया. हालांकि इस मामले में पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया है. दूसरी ओर, माकपा के मानिकचक कमेटी कें सचिव मुजफ्फर हुसैन ने बताया कि तृणमूल का आतंक दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है. उनकी बात नहीं मानने पर हमला कर दिया जाता है.
तृणमूल के अत्याचार से लोग आतंकित हैं. मानिकचक ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष अभिजीत मिश्र ने भी तृणमूल के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि चालाकी व बाहूबल से तृणमुल ने कांग्रेस के सदस्यों को अपनी पार्टी में शामिल कर पंचायत दखल कर लिया था.
तृणमूल नेताओं द्वारा इलाके में चलाये जा रहे आतंकी राजनीतिक व अवैध वसूली के खिलाफ कई बार पुलिस में शिकायत की गयी, लेकिन पुलिस कोई कदम नहीं उठा रही है. दूसरी तरफ, मानिकचक की विधायक व मंत्री सावित्री मित्रा ने बताया कि माकपा व कांग्रेस के पैरों तले जमीन खिसक गयी है. इसलिए दोनों पार्टियां कोई भी आपराधिक वारदात पर राजनीतिक रंग चढ़ा कर उसे तृणमूल के कंधे थोप रही है. गोपालपुर के कालीटोला गांव में जो हमले की घटना घटी, वह पूरी तरह से अराजनीतिक है. गांव के किसी विवाद को लेकर हमला हुआ था. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. इसमें तृणमूल का कोई शामिल नहीं है.