मालदा: बीते 48 घंटे में मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में नौ शिशुओं की मौत हो गयी. ठंड पड़ते ही शिशुओं की मौत की बढ़ती घटनाओं ने मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल प्रबंधन को चिंता में डाल दिया है. जानकारी के अनुसार, मारे गये नौ शिशुओं के उम्र एक दिन से एक हफ्ते के भीतर है. मृत शिशुओं में दो लड़की व सात लड़के हैं.
तीन शिशु दक्षिण दिनाजपुर जिले के व छह शिशु मालदा जिले से थे. जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिलीप मंडल ने बताया कि कुपोषण, सांस की तकलीफ व संक्रमण से ही शिशुओं की मौत हुई है. शिशुओं को नाजुक हालत में अस्पताल में लाया गया था.
काफी कोशिश के बावजूद चिकित्सक नवजातों को नहीं बचा पाये. दूसरी ओर, मृत शिशु के परिजनों ने एक बार फिर बच्चों के इलाज में चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया. अभिभावकों का कहना है कि समय पर चिकित्सक नहीं आये. इसके अलावा बच्चों की मौत कैसे हुई, इस बारे में भी उन्हें स्पष्ट रूप से कोई जानकारी नहीं दी गयी. अगर समय पर बच्चों का पर्याप्त इलाज होता तो बच्चे बच जाते.
हालांकि मालदा मेडिकल कॉलेज के वाइस प्रिंसीपल डॉ एमए रशीद ने इन बातों को बेबुनियाद करार दिया. रविवार सुबह छह बजे से मंगलवार सुबह छह बजे तक मालदा मेडिकल कॉलेज में नौ शिशुओं की मौत हुई है. मेडिकल कॉलेज सूत्रों के अनुसार, बीते नवंबर महीने में मालदा मेडिकल कॉलेज में 13 शिशुओं की मौत हुई थी. ठंड बढ़ने के साथ ही नवजातकों में सांस की तकलीफ संबंधी समस्या बढ़ रही है. ज्यादातर बच्चे कम वजन के जन्म ले रहे हैं. इसलिए शिशु विशेषज्ञ भी कुछ नही कर पा रहे हैं.