कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि माओवादी और माकपा का एक धड़ा उन्हें जान से मारने की ताक में है. माओवादियों के साथ मिल कर उन्हें जान से मारने की साजिश रची गयी थी. बारासात के कामदुनी गांव जाने के दौरान उन्हें इसकी जानकारी मिली.
केंद्रीय गृह मंत्रलय ने उनकी जान को खतरा बताया है. उन्हें सचेत किया था. उन्होंने कहा कि कामदुनी गांववासियों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन नहीं किया था. माकपा की शह पर बाहरी लोगों ने माओवादियों के महिला संगठन मांतगिनी के साथ मिल कर प्रदर्शन किया था. वे जमाई षष्ठी का नाम लेकर इलाके में आये थे. उन लोगों की पोशाक को देख कर ही वह समझ गयी थीं कि वे माओवादी हैं. उन्हें, मुकुल राय व तृणमूल कांग्रेस के जंगल महल के नेताओं को धमकी भरे पत्र भेजे जा रहे हैं, लेकिन वह किसी धमकी से नहीं डरती हैं. इसका राजनीतिक रूप से मुकाबला किया जायेगा.
दुष्कर्मियों को मिलेगी फांसी
उत्तर 24 परगना के गाइघाटा व दत्तपुकुर में पंचायत चुनाव प्रचार सभाओं में सुश्री बनर्जी ने कहा कि वह कैसे जानेंगी कि कौन कब और कहां क्या कर रहा है. सभी घटना के लिए उन पर दोषारोपण किया जा रहा है. ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि दुष्कर्म मामले में शाशन में अत्याचार करने वाला माजिद मास्टर के लोग शामिल थे. दुष्कर्म की घटना के दूसरे दिन ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया. जेल में ही उन लोगों के खिलाफ चाजर्शीट दायर की जायेगी और फास्ट ट्रैक कोर्ट से एक माह के अंदर फांसी की सजा दिलायी जायेगी, ताकि कोई दूसरा इस तरह का अपराध करने की हिम्मत नहीं कर सके. उन्होंने कहा कि जुल्म करने वालों का कोई धर्म नहीं होता है. उनके खिलाफ सरकार कड़ा कदम उठायेगी. इस तरह के अपराधियों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई के साथ-साथ सामाजिक चेतना फैलाने की जरूरत है.
माकपा-कांग्रेस-भाजपा भाई-भाई
सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि इस राज्य में माकपा-कांग्रेस व भाजपा आपस में भाई-भाई हो गये हैं तथा ये सभी उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस इन सभी के खिलाफ अकेले मुकाबला करेगी. उन लोगों की साजिश के खिलाफ राज्य की जनता जवाब देगी. पंचायत चुनाव में माकपा का कोई ठिकाना नहीं रहेगा.
बरसात में पंचायत चुनाव नहीं चाहती थी
सुश्री बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार बरसात में पंचायत चुनाव नहीं चाहती थी, लेकिन अदालत व राज्य चुनाव आयोग के निर्देश पर राज्य सरकार चुनाव कराने के लिए बाध्य है. उन्होंने कहा कि विरोधी दल साजिश रच रहा है. ऐसी स्थिति में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को माथा ठंडा रखने की जरूरत है. उन्होंने विरोधी दलों को आगाह किया कि वे लोग आग से नहीं खेलें. इसका परिणाम अच्छा नहीं होगा.
सरकार की उपलब्धियों का बखान
सुश्री बनर्जी ने चुनावी सभा में राज्य सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि पंचायत में महिलाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण, अल्पसंख्यक सहित अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को शिक्षण संस्थाओं ने 17 फीसदी आरक्षण सहित अन्य कई काम किये हैं.