जंगलमहल पर केंद्र ने किया राज्य सरकार को सतर्क, कहा
कोलकाता : छत्तीसगढ़ व बिहार के बाद अब पश्चिम बंगाल माओवादियों के निशाने पर है. पंचायत चुनाव से पहले यहां अपने अस्तित्व की जानकारी देने के लिए माओवादी बड़ा हमला कर सकते हैं. इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को सतर्क कर दिया है.
केंद्र सरकार ने बताया कि पिछले दो सप्ताह में कम से कम छह बड़े माओवादी नेता जंगल महल में प्रवेश कर चुके हैं. विगत दो सप्ताह में इन छह माओवादी नेताओं ने सात-आठ बार स्थानीय माओवादी कमांडरों के साथ बैठक की है. बंगाल में माओवादियों का अस्तित्व पहले से कमजोर हो चुका है, इसलिए इस बार दूसरे राज्यों से यहां माओवादियों को लेकर हमला करने की साजिश रची जा रही है.
जानकारी के अनुसार माओवादियों ने इस बैठक में तय किया है कि फिलहाल बंगाल में माओवाद संगठन का विकास नहीं किया जायेगा, सिर्फ अपने अस्तित्व से सबको परिचय कराने के लिए हमला किया जायेगा.
पंचायत चुनाव के पहले राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में माओवादी हमले कर सकते हैं, इन हमलों में उन लोगों को भी निशाना बनाया जा सकता है, जो संगठन छोड़ कर आम जनजीवन व्यतीत कर रहे हैं.