कोलकाता: उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर इलाका स्थित एक अधिवक्ता के आवास पर हुए हमले की घटना का कवरेज करने गये मीडियाकर्मियों पर हुए हमले की घटना की माकपा ने निंदा की है. इस संबंध में डॉ सूर्यकांत मिश्र ने शुक्रवार को राज्यपाल एमके नारायणन को ज्ञापन सौंपा.
इसमें मांग की गयी है कि इस मामले में वे हस्तक्षेप करें और आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द हो. ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि इस हमले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के आला नेता व कार्यकर्ता शामिल हैं. श्री मिश्र ने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार पत्रकारों की स्वतंत्रता का भी हनन करना चाहती है. राज्य में अराजकता की स्थिति है.
आम लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है. वामपंथी इसका पुरजोर विरोध करते हैं. इधर, फारवर्ड ब्लॉक के आला नेता अशोक घोष ने इस घटना का जिम्मेदार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्ववाली तृणमूल सरकार को ठहराया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि बैरकपुर ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में तृणमूल कार्यकर्ता हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
दीपा ने कहा : तानाशाही रवैया
केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री दीपा दासमुंशी ने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार के तानाशाही रवैये से राज्य के लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हनन हो रहा है. उन्होंने पत्रकारों पर हमले की घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की.