कोलकाता : मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से शनिवार को केंद्रीय बजट 2019-20 पर परिचर्चा सत्र का आयोजन किया गया. इस मौके पर एमसीसीआइ के अध्यक्ष विशाल झाझरिया ने अपने स्वागत भाषण में बजट को संतुलित करार देते हुए इसे सामाजिक व औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देनेवाला बताया है.
श्री झाझरिया ने कहा कि कुल मिला कर कहा जा सकता है कि उद्योग जगत के लिए यह बजट सकारात्मक है. यदि घोषित किए गये कदमों को लागू किया जाता है तथा वित्तीय घाटे को काबू में रखा जाता है तो भारत इसी वर्ष तीन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश बन सकता है.
इस मौके पर उपस्थित विशेषज्ञों ने कहा कि 25 फीसदी कॉरपोरेट टैक्स के लिए सालाना कारोबार की सीमा को 250 करोड़ रुपये से बढ़ा कर 400 करोड़ रुपये करने से देश की 99.3 फीसदी कंपनियों को फायदा होगा और इससे औद्योगिक गतिविधि तेज होगी और विकास को बढ़ावा मिलेगा. केंद्र सरकार ने अगले पांच वर्षों में देश की अर्थ- व्यवस्था को पांच ट्रिलियन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है और इस बजट में केंद्र सरकार ने इसके रोडमैप को दर्शाया है.
इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एनके पोद्दार, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट कलकत्ता (आइआइएमसी) के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर पार्थ राय, कलकत्ता यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर कुमार मंडल, कोठारी एंड कंपनी के प्रबंध निदेशक व एमसीसीआइ के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ कोठारी व एमसीसीआइ में जीएसटी व अप्रत्यक्ष कर स्टैडिंग कमेटी के चेयरमैन अरुण कुमार अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे. एमसीसीआइ के प्रत्यक्ष कर पर बने स्टैडिंग कमेटी के चेयरमैन अरविंद अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया.