एसएसकेएम अस्पताल में रात 8.52 बजे अंतिम सांस ली
कोलकाता : मतुअा समाज की बड़ो मां वीणापाणि देवी (101) का मंगलवार को एसएसकेएम (पीजी) अस्पताल में निधन हो गया. वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थीं. उन्हें गुरुवार को फेफड़े में संक्रमण की शिकायत पर कल्याणी के जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भरती कराया गया.
स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें रविवार को एसएसकेएम लाया गया. उनके इलाज के लिए सात सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया. वह आइसीयू में भर्ती थीं. बिगड़ती हालत को देखते हुए उन्हें मंगलवार सुबह पांच बजे वेंटिलेशन पर शिफ्ट कर दिया गया. लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ और मंगलवार रात 8.52 बजे के करीब उन्होंने अंतिम सांस ली. बड़ो मां (बड़ी मां) के निधन से मतुअा समाज में शोक की लहर है.
उधर, उनके निधन की खबर पाकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार रात एसएसकेएम पहुंचीं. उन्होंने बड़ो मां के निधन पर दुख जताया. मुख्यमंत्री बड़ो मां के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल करने के लिए सुबह भी अस्पताल पहुंची थीं. मौके पर उपस्थित एसएसकेएम के अधीक्षक प्रो डॉ रघुनाथ मिश्रा ने बताया कि वीणापाणि देवी की हालत मंगलवार को अधिक बिगड़ गयी थी. वह निमोनिया से पीड़ित थीं. उम्र अधिक होने के कारण दवाएं भी असर नहीं कर रही थीं. राज्य के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और पूर्व खेल मंत्री मदन मित्रा भी अस्पताल पहुंचे. बड़ी मां की छोटी बहू ममता बाला ठाकुर अस्पताल में मौजूद थीं.
आठ बार अस्पताल में हो चुकी थीं भरती:
सीएम ने कहा कि बड़ो मां इससे पहले पीजी व बेलव्यू क्लीनिक में आठ बार भरती हो चुकी थीं. लेकिन इस बार वह घर नहीं लौट सकीं. मैंने अपने राजनीतिक जीवन में उनसे काफी प्रेरणा ली.
इन रास्तों से होकर गुजरेगी अंतिम यात्रा:
अस्पताल सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीजी से शव को जसोर रोड, वीआइपी, बारासात, अशोक नगर, हाबड़ा होते हुए ठाकुरनगर ले जायेगा जायेगा. जहां शव को उनके अनुयायियों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जायेगा.
ममता ने जताया शोक :
मुख्यमंत्री ने कहा: उनके (बड़ो मां) निधन से सभी शोकाकुल हैं. दुख की इस घड़ी में परिवार एवं मतुआ संप्रदाय के भाई-बहनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. उनके निधन से बंगाल व मतुआ समाज को अपूर्णीय क्षति हुई है.