हावड़ा : करीब 36 घंटे के हाइ वोल्टेज ड्रामे के बाद पश्चिम मिदनापुर से ग्रामीण हावड़ा में घुसे दो हाथियों को मंगलवार सुबह वन विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया. शूटर की मदद से चार नींद की गोलियां दोनों हाथियों पर दागी गयीं. करीब एक घंटे के बाद दोनों पूरी तरह से बेहोश हो गये. जेसीबी मशीन की मदद से दोनों हाथियों को उठाकर ट्रक में लादकर साल्टलेक ले जाया गया. वहां पर इलाज करने के बाद दोनों को पुरुलिया के जंगल में छोड़ दिया जायेगा.
मालूम रहे कि सोमवार सुबह जयपुर थाना अंतर्गत उत्तर भाटोरा के द्वीप इलाके में दो हाथी पश्चिम मिदनापुर से पहुंचे थे. खबर वन विभाग को दी गयी. मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने दोनों हाथियों को वहां से निकालने के लिए मशाल का सहारा लिया. मशाल को देखकर दोनों हाथी फिर नदी में चले गये. वन विभाग को लगा कि नदी मार्ग से दोनों फिर पश्चिम मिदनापुर चले जायेंगे
लेकिन मंगलवार सुबह दोनों हाथी छह नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंच गये और सड़क से होते हुए दोनों जेबीपुर थाना अंतर्गत इस्लामपुर इलाके में पहुंच गये. इस्लामपुर पहुंच कर दोनों एक पान के खेत में जाकर बैठ गये.
खबर पाकर उलबेड़िया, हावड़ा, पश्चिम मिदनापुर आैर झाड़ग्राम से वन विभाग के कर्मचारी आैर अधिकारी पहुंचे. चूंकि इस्लामपुर घनी आबादी वाला गांव है, इसलिए वन विभाग के सामने एक चुनौती थी. बहरहाल, हाथियों को नींद की गोली देकर मदहोश करने का फैसला लिया गया.
साल्टलेट वन विभाग से शूटर बुलाया गया आैर शाम तीन बजे दो-दो नींद की गोलियां दोनों हाथियों को पर दागी गयीं. इसके बाद स्प्रे भी किया गया. नींद की गोलियां लगते ही हाथी पान के खेत से आगे की ओर जाने लगे लेकिन कुछ दूरी तय करने के बाद दोनों बेहोश हो गये.