कोलकाता :राज्य में केला उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केवेंटर एग्रो ने पश्चिम बंगाल सरकार के साथ मिल कर किसानों को प्रशिक्षण देने व उत्तम श्रेणी का बीज प्रदान करने का फैसला किया है. इस संबंध में केवेंटर एग्रो व पश्चिम बंगाल सरकार के खाद्य प्रसंस्करण विभाग के बीच समझौता हुआ है, जिसके तहत केवेंटर एग्रो नदिया व मुर्शिदाबाद जिले के किसानों को टिशु कल्चर के माध्यम से केला की खेती करने का प्रशिक्षण देगी.
बुधवार को राज्य सचिवालय नवान्न भवन में यह जानकारी खाद्य प्रसंस्करण विभाग की प्रधान सचिव नंदिनी चक्रवर्ती ने संवाददाता सम्मेलन में दी. उन्होेंने बताया कि राज्य में लगभग 70 हजार केला की खेती करनेवाले किसान हैं, जो पुरानी पद्धति से खेती करते हैं. नयी पद्धति से खेती करने पर केला की उपज अच्छी होगी और इससे किसानों को अच्छी कीमत भी मिलेगी.
उन्होंने बताया कि इस योजना पर लगभग 24 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे, जिसमें स्टेट डेवलपमेंट स्कीम के तहत 9.30 करोड़, केवेंटर ग्रुप 4.58 करोड़ व किसानों द्वारा 9.33 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इस मौके पर केवेंटर एग्रो के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक मयंक जालान ने कहा कि इस योजना के तहत नदिया जिले व मुर्शिदाबाद जिले में केला की खेती करनेवाले छह हजार किसान लाभान्वित होंगे.
कंपनी की ओर से किसानों को टिशु कल्चर के माध्यम से केला की खेती करने का प्रशिक्षण दिया जायेगा और यहां जो भी उपज होगी, उसे कंपनी खरीद भी लेगी. इससे किसानों को उनकी उपज का सही कीमत भी मिल जायेगा. इस मौके पर नदिया जिले के करीमपुर की विधायक महुआ मैत्रा भी उपस्थित रहीं.