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जल्द जेल से रिहा हो सकते हैं छत्रधर महतो

कोलकाता : पश्चिम मेदिनीपुर में हुए लालगढ़ आदिवासी आंदोलन के जनक ‘छत्रधर महतो’ जल्द ही जेल से रिहा हो सकते हैं. पश्चिम बंगाल सरकार छत्रधर महतो को रिहा करने का मन बना रही है. हालांकि, अभी तक इस संबंध में आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की गयी है. सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले […]

कोलकाता : पश्चिम मेदिनीपुर में हुए लालगढ़ आदिवासी आंदोलन के जनक ‘छत्रधर महतो’ जल्द ही जेल से रिहा हो सकते हैं. पश्चिम बंगाल सरकार छत्रधर महतो को रिहा करने का मन बना रही है. हालांकि, अभी तक इस संबंध में आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की गयी है. सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले छत्रधर महतो की पत्नी और बेटे के साथ कुछ अधिकारियों ने मुलाकात की थी.

अधिकारियों ने उन्हें बताया है कि राज्य सरकार छत्रधर महतो को रिहा करना चाहती है. जल्द उन्हें रिहा किया जायेगा. छत्रधर महतो अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट (यूएपीए) के तहत 2009 से कोलकाता के प्रेसीडेंसी जेल में बंद हैं.

क्या था लालगढ़ आंदोलन
पुलिस के कथित अत्याचार के विरोध में छत्रधर महतो ने ‘पुलिस संत्रास विरोध जनसाधारण कमेटी’ के नाम से संगठन बनाया था. छत्रधर की अगुवाई में आदिवासियों ने पुलिस के खिलाफ जोरदार आंदोलन किया था. 2009 में पश्चिम मिदनापुर जिले के सालबनी इलाके में तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य व केंद्रीय इस्पात मंत्री रामविलास पासवान के काफिले पर माओवादियों ने हमला किया था. हमले के बाद माओवादियों की धर-पकड़ के नाम पर पुलिस ने आदिवासी इलाके में अभियान शुरू किया था और इसी मामले में छत्रधर महतो की भी गिरफ्तारी की गयी.
आंदोलन में ममता बनर्जी भी थीं शामिल
बताया जाता है कि लालगढ़ आंदोलन में तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी छत्रधर महतो के साथ थीं. पश्चिम मिदनापुर, बांकुड़ा व पुरुलिया जिले में माओवादियों के खिलाफ तत्कालीन वाममोर्चा की सरकार की ओर से शुरू किये गये पुलिसिया अभियान विरोधी आंदोलन का उन्होंने समर्थन किया था. छत्रधर महतो के मार्फत ममता बनर्जी ने माकपा के लालदुर्ग के नाम से मशहूर आदिवासी बहुल उक्त जिलों में अपनी पैठ बनायी थी.
मानवाधिकार संगठन ने फैसले का किया स्वागत
एपीडीआर के झाड़ग्राम जिला सचिव पथिक चंद घोष से इस बारे में पूछने पर उन्होंने राज्य सरकार के फैसले का स्वागत किया, लेकिन साथ ही कहा कि छत्रधर ने जन आंदोलन किया था. उसे झूठे मामले में फंसा कर जेल में बंद रखा गया है. छत्रधर को बहुत पहले ही रिहा किया जाना चाहिए था.
वहीं, अपुष्ट सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी छत्रधर महतो को रिहा करना चाहती हैं. मुख्यमंत्री के कहने पर ही कुछ दिन पहले प्रशासनिक अधिकरियों ने छत्रधर की पत्नी और बेटे से मुलाकात की थी.

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