कोलकाता : कालबैशाखी में आधा उखड़ कर उटका हुआ एक पेड़ गुरुवार को बस्ती इलाके के मकानों पर आफत बन कर गिर गया, जिस कारण से 15 झोपड़ियां पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयीं. घटना की सूचना पाकर मौके पर कोलकाता नगर निगम के एमएमआइसी देवाशीष कुमार मौके पर पहुंचे और बस्ती की क्षतिग्रस्त झोपड़ी में रहनेवाले लोगों को हर तरह से क्षतिपूर्ति के लिए मदद का आश्वासन दिया.
सूत्रों के मुताबिक, घटना सुबह की है. कोलकाता नगर निगम के 74 नंबर वार्ड के केलाबागान बस्ती इलाके में कई झोपड़ियां हैं, जहां काफी संख्या में लोग रहते हैं. वहां काफी पुराना एक बड़ा बरगद का पेड़ था. कालबैशाखी के दौरान पेड़ उखड़ कर जमीन से अलग होने के बाद भी पूरी तरह से गिरा नहीं था. सुबह अचानक आधा अटकी वृक्ष पूरी तरह से टूट कर झोपड़ियों पर गिर गया. इस कारण से 15 परिवार के लोग आतंकित हो गये. घटना के बाद बस्ती के लोगों ने काफी रोष जाहिर किया. झोपड़ी टूटने से सभी घर से वंचित हो गये.
इधर इलाका संकड़ी गली के बीच होने के कारण पेड़ को निकालने में भी दिक्कतें हो रही हैं. गुरुवार तक गिरे पेड़ को नहीं निकाला जा सका है.
कोलकाता नगर निगम के एमएमआईसी (पार्क) देवाशीष कुमार ने बताया कि 15 घर के लोगों को फिलहाल रहने और खाने की व्यवस्था की गयी है. उन सभी लोगों के रहने और खाने के लिए स्थानीय क्लब के जरिये सहयोग किया गया है. क्षतिग्रस्त झोपड़ियों के लोगों को कोलकाता नगर निगम की ओर से मदद की जायेगी.
काल बैशाखी से बोटेनिकल गार्डेन को भी नुकसान
हावड़ा. काल बैशाखी से बोटेनिकल गार्डेन को भी नुकसान पहुंचा है. जानकारी के अनुसार, 20 पेड़ों के डाल टूट गये हैं. साथ ही कई पेड़ों के पत्ते पूरी तरह झड़ जाने की खबर है. पेड़ पर लगे फलों को भी नुकसान पहुंचा है. पेड़ों के डाल टूटने से पंक्षियों को घोसला भी नष्ट हो गया है. कई पक्षी बेघर हो गये हैं. गार्डेन सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार की देर शाम को आये तूफान ने अच्छा खासा कहर बरपाया है. मोहगिनी, सीरिश जैसे कई पेड़ों के डाल पूरी तरह टूट गये हैं. नये पेड़ों को फिर से गार्डेन में लगाने की योजना है.
सीइएससी ने रिसीव किये 84000 कॉल
कोलकाता. कलकत्ता इलेक्ट्रिक सप्लाई कारपोरेशन (सीइएससी) ने मंगलवार के आये नार्वेस्टर रोज चक्रवातीय तूफान में बिजली के कनेक्शनों में आयी खराबी के कारण अबतक 84000 कॉल रिसीव किया है. यह कॉल मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को बिजली उपभोक्ताओं ने विद्युत परिसेवा में अायी खराबी के कारण किया. उल्लेखनीय है कि सिर्फ मंगलवार की रात को विभाग ने मरम्मत के लिए 36 हजार कॉल रिसीव किये.
सीइएससी के प्रवक्ता के अनुसार 1500 से अधिक इलेक्ट्रिशियनों की टीम ने युद्धस्तर पर मेहनत कर मरम्मत कर लोगों को राहत पहुंचाने का कठिन कार्य किया. जिन इलाकों में नार्वेस्टर रोज का प्रभाव सर्वाधिक देखा गया उनमें पाटुली, पंचशायर, सर्वे पार्क, लेक टाउन, बांगुर, दमदम, कमरहट्टी, खरदा, सोदपुर, हावड़ा व श्रीरामपुर शामिल हैं. गुरुवार दोपहर तक सीइएससी की ओर से 75 फीसदी से अधिक खराबी ठीक करने का दावा किया गया है.