Advertisement
बंगाल : जया बच्चन बनेंगी तृणमूल की सांसद!
बढ़ रही हैं बच्चन परिवार और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की नजदीिकयां नवीन कुमार राय कोलकाता : अमिताभ बच्चन परिवार क्या ममता बनर्जी के साथ राजनीतिक संबंध स्थापित कर रहा है. क्या जया बच्चन समाजवादी पार्टी से अपना नाता तोड़ रही हैं. इस तरह की खबरें इन दिनों पश्चिम बंगाल के राजनीतिक गलियारे में […]
बढ़ रही हैं बच्चन परिवार और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की नजदीिकयां
नवीन कुमार राय
कोलकाता : अमिताभ बच्चन परिवार क्या ममता बनर्जी के साथ राजनीतिक संबंध स्थापित कर रहा है. क्या जया बच्चन समाजवादी पार्टी से अपना नाता तोड़ रही हैं. इस तरह की खबरें इन दिनों पश्चिम बंगाल के राजनीतिक गलियारे में उड़ रही हैं. ये चर्चा व्यक्तिगत रूप से तृणमूल के कई हेवीवेट नेता कर रहे हैं. सब कयास हैं. फैसला तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेना है.
ममता बनर्जी के साथ अभिनेता अमिताभ बच्चन की निकटता जगजाहिर है. अमिताभ की पत्नी अभिनेत्री जया बच्चन समाजवादी पार्टी से लगातार दो बार राज्यसभा में सांसद चुनी जा चुकी हैं.
उनका सांसद का कार्यकाल दो अप्रैल को खत्म हो रहा है. इसी समय पश्चिम बंगाल के पांच राज्यसभा सांसदों की अवधि भी खत्म हो रही है. इसमें मुकुल राय, कुणाल घोष, नदिमूल हक, विवेक गुप्ता, और तपन सेन मुख्य हैं. इनमें मुकुल राय अपने पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गये हैं, जबकि कुणाल घोष के साथ ममता बनर्जी की दूरियां जगजाहिर हैं. तृणमूल कांग्रेस के अंदरखाने की खबर है कि नदिमूल हक और तपन सेन को पार्टी फिर से उम्मीदवार बना सकती है.
पत्रकार कोटे से अगर टिकट मिलने की बात है, तो कोलकाता के मारवाड़ी संप्रदाय के ही एक नामचीन पत्रकार जो प्रिंट और इलेक्ट्राॅनिक मीडिया का नामचीन चेहरा भी है, वह इस दौड़ में शामिल हैं. उनके पीआर सेक्शन से तृणमूल कांग्रेस का करीबी नाता है. खुद उनके चैनल की ओर से आयोजित होनेवाले डांडिया कार्यक्रम में ममता बनर्जी शामिल होती हैं.
अब बची दो सीटों में से एक जया बच्चन को मिल सकती है, क्योंकि समाजवादी पार्टी से दो बार सांसद रह चुकीं जया बच्चन के लिए यूपी में इस बार जगह नहीं बन पा रही है. इसी समय समाजवादी पार्टी के छह सांसदों की भी अवधि खत्म हो रही है. अखिलेश यादव की पार्टी की उत्तर प्रदेश में जो हालत है, उसे देखते हुए यही कहा जा सकता है कि खुद के दम पर वह केवल एक ही सीट निकाल पायेगी. अब पार्टी उस सीट पर किसे भेजेगी, यह अखिलेश यादव को तय करना है.
जया बच्चन खुद मानती हैं कि उसमें उनकी जगह नहीं होगी. लिहाजा लगातार तीसरी बार अगर उन्हें सांसद बनना है, तो पार्टी से नाता तोड़ना होगा. समाजवादी पार्टी के तृणमूल कांग्रेस से अच्छे संबंध हैं. अगर वह तृणमूल से सांसद बनती हैं, तो सपा भी नाराज नहीं होगी. सूत्रों के अनुसार मौजूदा हालात को भांपने के बाद जया ने ममता का सहारा लेने का मन बनाया है.
समाजवादी पार्टी से इस बार जया को टिकट मिलना मुश्किल
ममता भी चाहती हैं राष्ट्रीय स्तर के चर्चित चेहरे
इधर, ममता बनर्जी भी चाहती हैं कि उनके साथ राष्ट्रीय स्तर के चर्चित चेहरे जुड़ें, जो राष्ट्रीय राजनीति में तृणमूल कांग्रेस को पहचान दिलाने में मददगार हों. ऐसे में जया बच्चन उनके लिए बेहतर विकल्प हो सकती हैं. अगर जया बच्चन तृणमूल कांग्रेस की सांसद बनती हैं, तो तृणमूल को एक साथ चार नामचीन चेहरों का लाभ मिल सकता है. इनमें अमिताभ बच्चन के अलावा अभिषेक बच्चन और एश्वर्या राय बच्चन शामिल हैं. लिहाजा जया बच्चन के तृणमूल कांग्रेस की सांसद बनने की खबर पर मोहर लगना केवल वक्त की बात है. फैसला तो ममता बनर्जी को लेना है. सबसे बड़ी बात जया बच्चन के लिए यह है कि वह बंगाल की बेटी हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement