कोलकाता : बाबूघाट के आउट ट्राम घाट पर साधु-संतों का जत्था पहुंचने लगा है. गूगल बाबा से लेकर नागा बाबा तक सभी ने वहां अपनी धूनी रमा ली है. कश्मीर से आये योगी राज, वाराणसी के जुना अखाड़ा हनुमान घाट के महंत मानपुरी जी, वृदावन आनंदमयी आश्रम से आयीं माता प्रियबाला राय, बंगाल के विष्णुपुर […]
कोलकाता : बाबूघाट के आउट ट्राम घाट पर साधु-संतों का जत्था पहुंचने लगा है. गूगल बाबा से लेकर नागा बाबा तक सभी ने वहां अपनी धूनी रमा ली है. कश्मीर से आये योगी राज, वाराणसी के जुना अखाड़ा हनुमान घाट के महंत मानपुरी जी, वृदावन आनंदमयी आश्रम से आयीं माता प्रियबाला राय, बंगाल के विष्णुपुर स्थित तारा माता आश्रम की संन्यासी सावित्री नस्कर, अलीगढ़ उत्तर प्रदेश से आये नागा महंत प्रेम गीरि जी व महंत माता सरस्वती गीरि समेत कई महंत पहुंच गये हैं.
उनको देखने व उनसे आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालु भी पहुंचने लगे हैं.
सुरक्षा के मद्देनजर कोलकाता पुलिस की एक विशेष टुकड़ी को आयोजन स्थल के आसपास गश्ती के लिए नियुक्त कर दिया गया है. दूसरी ओर, हालांकि अभी मेले के आयोजन में लगभग एक सप्ताह देरी है, लेकिन मेले से पूर्व ही साधु-महंतों का जमावड़ा भी शुरू हो गया है. बाबाओं ने आवाजाही वाले मार्गों के दोनों तरफ अपना-अपना डेरा डाल लिया है.
कहीं गांजा बाबा तो कहीं कामाख्या वाले नागा बाबा से लोग उनके भाग्य की रेखा को चमकाने के बाबत आशीर्वाद ले रहे हैं. गूगल बाबा के नामकरण के बाबत सवाल पूछे जाने पर उनका कहना है कि वह सर्वभौम ज्ञान के धनी शख्सियत हैं जिन्होंने अपनी जानकारी और मानवीय जिज्ञासाओं की सीमा को पार कर लिया है. इस बार कामाख्या वाले नागा बाबा भी अपनी धूनी रमाये हुए हैं.