कोलकाता. अयोध्या विवादित बाबरी मस्जिद ढांचे के विध्वंस के 25 साल पूरे होने पर बुधवार को कोलकाता में सीपीएम ने काला दिवस मनाया. इस दौरान महानगर के धर्मतल्ला में लेनिन की मूर्ति के पास से एक सांप्रदायिकता विरोध रैली भी निकली जो मौलाली होते हुए राजाबाजार जाकर समाप्त हुई. रैली में सीपीएम व उसके घटक दलों के साथ कुल 16 राजनीतिक पार्टियां शामिल थीं.
रैली का नेतृत्व सीपीएम के नेता विमान बसु ने किया. उन्होंने कहा कि वर्ष 1992 में अयोध्या में सांप्रदायिक शक्तियों द्वारा विवादित बाबरी मस्जिद को गिरा दिया गया था जिसके बाद से ही सीपीएम इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाती है.
रैली में मुख्य रूप से पूर्व वित्तमंत्री असीम दासगुप्ता, सूर्यकांत मिश्र, मोहम्मद सलीम, भाकपा के प्रदेश सचिव प्रबोध पांडा, आरएसपी प्रदेश नेता मनोज चटर्जी, एटक के प्रदेश सचिव उज्जवल बनर्जी, सपन बनर्जी, नवल किशोर श्रीवास्तव, राष्ट्रीय जनता दल के बालेश्वर भगत, तरुण बनर्जी, क्षितिज गोस्वामी, एसयूसीआई के सोमेन बसु, सीपीआइ, पीडीएस, एमसीपी और आरजेडी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रैली में शामिल हुए.