गत मंगलवार से मुंबई में मौजूद तृणमूल सुप्रीमो के शुक्रवार को कोलकाता लौटने की उम्मीद है. इससे पहले मंगलवार को मुंबई पहुंचने के फौरन बाद सुश्री बनर्जी ने रिलायंस कंपनी के मालिक मुकेश अंबानी से मुलाकात की थी आैर उन्हें जनवरी में होने वाले बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट मे शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था. बुधवार को ममता बनर्जी नेशीर्ष उद्योगपतियों से भी मुलाकात की थी.
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मुंबई दौरा: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने की ममता बनर्जी से मुलाकात, नये राजनीतिक समीकरण का इशारा
मुंबई/कोलकाता. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुंबई में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की. इससे राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. शिवसेना प्रमुख अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ दोपहर में ममता बनर्जी से मिलने दक्षिण मुंबई के एक होटल में पहुंचे, जहां तृणमूल सुप्रीमो ठहरी […]
मुंबई/कोलकाता. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुंबई में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की. इससे राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. शिवसेना प्रमुख अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ दोपहर में ममता बनर्जी से मिलने दक्षिण मुंबई के एक होटल में पहुंचे, जहां तृणमूल सुप्रीमो ठहरी हुई हैं. दोनों के बीच यह भेंट लगभग डेढ़ घंटे चली.
सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान तृणमूल प्रमुख व शिवसेना सुप्रीमो के बीच विभिन्न मुद्दों पर खुल कर बातचीत हुई. गौरतलब है कि बंगाल में निवेशकों को आकर्षित करने के मकसद से ममता बनर्जी तीन दिनों के सफर पर मुंबई गयी हुई हैं. शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस दोनों की नोटबंदी समेत कई ज्वलंत मुद्दों पर भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार के साथ अनबन चल रही है.
केंद्र की राजग सरकार को घेरने की तैयारी में ममता
राजनीतिक गलियारों में दोनों नेताआें की इस मुलाकात को गंभीरता से देखा जा रहा है. नोटबंदी एवं जीएसटी के बाद देश के वर्तमान राजनीतिक वातावरण के बीच इस भेंट को एक नये राजनीतिक समीकरण के रूप में देखा जा रहा है. ममता बनर्जी भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रही हैं. हाल के दिनों में भाजपा आैर शिवसेना के रिश्तों में आयी खटास के बीच दोनों नेताआें के बीच इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है.
गौरतलब है कि नोटबंदी के मुद्दे को लेकर भाजपा को घेरने के प्रयास में शिवसेना भी तृणमूल कांग्रेस के साथ आ गयी थी. उद्धव ठाकरे ने पिछले वर्ष नवंबर में कहा था कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शरद पवार (एनसीपी प्रमुख) के साथ बैठक करने में कुछ गलत नहीं है तो शिवसेना यदि एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर ममता बनर्जी के साथ बात करती है तो उसमें भी कुछ गलत नहीं होना चाहिए.
अच्छा काम कर रहे हैं उद्धव ठाकरे : ममता
शिवसेना अध्यक्ष के साथ हुई मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि शिवसेना एक अलग राजनीतिक दल है, उसकी विचारधारा अलग है, पर एनडीए में होने के बावजूद शिवसेना केंद्र सरकार के गलत कामों की निंदा कर रही है. उद्धव ठाकरे आम लोगों की समस्या की बात कर अच्छा काम कर रहे हैं. तृणमूल सुप्रीमो ने महाराष्ट्र के लोगों से भाजपा को वोट नहीं देने का भी आह्वान किया. वहीं जब इस मुलाकात के बारे में उद्धव ठाकरे से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी. ममता बनर्जी देश की वरिष्ठ राजनीतिक एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं. वह मुंबई आयी हुई हैं. इसलिए शिष्टाचार के नाते उनसे मिलने चला आया.
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